गोचर में मंगल 4 फरवरी को कन्या राशि में प्रवेश करेगा १ 26 मार्च से 20 मई तक वक्री रहेगा १ उसके बाद 4 सितम्बर तक तुला राशि में ही संचरण करेगा १ इस तरह से 7 महीने तक मंगल तुला राशि में रहेगा १ कुंडली में जिनका मंगल बलिष्ट हो तो उनका शारीर पुष्ट होगा, भाई-बहन का सुख होगा, सुख-सम्पति , मकान जमीन-जायदाद का लाभ होगा व्यापार नौकरी में तरक्की होगी लेकिन जिनका मंगल कुपित हो, वक्री हो,कमजोर हो तो ऐसे जातकों को विशेष ध्यान रखना होगा १ ऐसे जातकों को निम्न परेशानियां हो सकती हैं :-
- जातक को गुस्सा बहुत आयेगा, B .P बढ़ जायेगा १
- दिल और दिमाग का संतुलन बिगड़ जायेगा , जातक घमंड बहुत करेगा, अहम् के कारण किसी की सलाह से काम नहीं करेगा १
- वैवाहिक जीवन दुखी रहेगा, पति-पत्नी बीमार रहेंगे , संतान को भी कष्ट रहेगा
- सिर दर्द, आंखों की परेशानी, रक्त संबंधि परेशानियां, बाल झड़ने की समस्या आदि तंग करेंगे १
- काम-धंधे कि शुरुआत अच्छी होगी लेकिन बाद में ठप्प पड़ जायेगा
- गैर-क़ानूनी काम करने की तरफ झुकाव होगा १ नैतिक मूल्यों का ह्रास होगा १
- पितृ स्थान पर प्रतिष्ठा नहीं मिलेगी
- अपने से वरिष्ठ कि बातों को नहीं मानेंगे, अपने को ही सही मानेंगे १
- पढ़ाई में मन नहीं लगेगा , पूजा पाठ में मन नहीं लगेगा
- जातक हिंसक प्रवृति का हो जायेगा , कई बार तो जातक गुस्से में अपने आपको भी नुक्सान पहुंचा लेते हैं
- मुकदमे-बाजी में फसेंगे, जमीन जायदाद का नुकसान होगा १ घर में निरर्थक कलह होगी १
- ताकत वाली चीजें खांए, ठंडी,खट्टी चीजों से बचें १ गुस्से व झूठे अहम् से बचें १ बड़ों तथा माता-पिता का आदर करें १
- कबूतरों को ज्वार खिलाएं, लाल, हरे, काले, नीले रंग से परहेज करें १ लाल मसूर की दाल खाना छोड़कर दान करें, गुड-सौंफ का सेवन करें, चीनी कम खाएं १ गिलोय की डंडी का टुकड़ा सफ़ेद धागे में बांध कर गले में धारण करें शारीर में ताकत आएगी और आत्मबल बढ़ेगा
- गोमती चक्र को ताम्बे में जड़वाकर गले या हाथ में पहनें १ मछली को दाना दें १
- मंगल बहुत ज्यादा कुपित हो तो अनंतमूल कि जड़ गले में धारण करें १ गायत्री मन्त्र का यज्ञ करें १
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