Thursday, 6 March 2014

गोचर ग्रहों का जीवन पर प्रभाव


ब्रह्माण्ड में ग्रह हमेशा गतिशील रहते हैं और परिभ्रमण करते हुए कभी मार्गी और कभी वक्र गति से 12 राशियों को प्रभावित करते हैं १ 2014 में गोचर ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन कैसा रहेगा इसका मोटा-मोटा आकलन मैं यहाँ प्रस्तुत कर रही हूँ क्योंकि जातक कि कुंडली का अध्ययन करके ही सम्पूर्ण प्रभाव बताया जा सकता है १

मार्च से जून 

गुरु मार्च में मार्गी होंगे और उच्च के होकर इस अवधि में वर्गोत्तम भी रहेंगे १ शुक्र ग्रह भी शुरू में उच्चाभिलाषी रहेेंगे और बाद में उच्च के रहेंगे १ ये बहुत अच्छा समय रहेगा १ लोगों के रुके हुए कम बनेंगे १ आलसी लोग भी कुछ करने की सोचेंगे १  लोगों के मन में नए-नए विचार आयेंगे और अगर मेहनत और ईमानदारी से काम करेंगे तो शुभ परिणाम अवश्य मिलेंगे १ इस समय पर ली गई नौकरी, किसी व्यवसाय का शुभारम्भ बहुत फायदा पहुंचाएगा १ इसलिए मार्च से जून के मध्य जो भी अवसर मिले उसको गंवाना नहीं  चाहिए १ साथ ही अगर कुण्डली को देखकर दशान्तर्दशा किस ग्रह की है ये जोड़कर देख लेना चाहिए १ अक्षय तृतीया के पास तो चंदरमा भी उच्च का होगा और सूर्य भी उच्च का होगा १ अतः ये समय बहुत ही शुभ फलदायी होगा १ ईश्वर पर पूर्ण विश्वास, लग्न और मेहनत से काम करेंगे तो सुख समृध्धि बनी रहेगी १ 

जून से सितम्बर 

जून के बाद गुरु उच्च के वर्गोत्तम रहेंगे  और सूर्य भी गुरु के साथ आकर बहुत ही शक्तिशाली योग शिवराज योग बनाएगा १ अपने आप में एस अदभुद योग है १ सभी कि जिंदगी का बहुत ही महत्वपूर्ण समय हैं १ पहले से भी अच्छी स्थिति होगी १ राहु भी तुला से कन्या राशि में गोचर करेंगे तो कन्या राशि पवित्र हो जायेगी १ राहु ने तुला राशि में रहते हुए बहुत तंग किया था अब इस से निजात मिलेगी १ लेकिन इस अवधि में मंगल तुला राशि में विचरण करते हुए लगभग 6 महीने यहाँ रहकर आपदाएं लाएगा लेकिन गुरु सूर्य और शुक्र की स्थिति उबार लेगी १ 

अक्टूबर से दिसम्बर 

इस समय लोगों को सबसे ज्यादा सतर्क रहना चाहिए १ मन में भ्रम कि स्थिति बनी रहेगी १ जिनकी  षष्ठेश और अष्टमेश कि दशा चल रही है उन्हें बहुत सावधान रहना  चाहिए १ नौकरी बदलना , पैसा इन्वेस्ट करना आदि में सावधानी बरतें १ नवम्बर में शनि वृश्चिक राशि में आ जायेगा १ शास्त्रानुसार वृश्चिक का शनि सबसे ज्यादा ख़राब रहता है क्योंकि यहीं पर शनि लगभग तीन साल रहता है १ शनि कर्क राशि के लिए कंटक शनि और मेष राशि के लिए अष्टम शनि प्रतिकूल प्रभाव प्रभाव डालेगा १ मेष राशि के लिए अष्टम शनि बहुत ही खराब है १ कुल मिलकर ये समयावधि शुभ नहीं है १ उपयुक परिहार अवश्य करा लें १ सावधान सतर्क रहें १ प्रभु की शरण में रहते हुए अपने कुलदेवता , इष्ट देवता की आराधना करें १ किसी नए काम को शुरू न करें १ सकरात्मक सोच रखें १ ईश्वर सब ठीक करेंगे १ 

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