ब्रह्माण्ड में ग्रह हमेशा गतिशील रहते हैं और परिभ्रमण करते हुए कभी मार्गी और कभी वक्र गति से 12 राशियों को प्रभावित करते हैं १ 2014 में गोचर ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन कैसा रहेगा इसका मोटा-मोटा आकलन मैं यहाँ प्रस्तुत कर रही हूँ क्योंकि जातक कि कुंडली का अध्ययन करके ही सम्पूर्ण प्रभाव बताया जा सकता है १
मार्च से जून
गुरु मार्च में मार्गी होंगे और उच्च के होकर इस अवधि में वर्गोत्तम भी रहेंगे १ शुक्र ग्रह भी शुरू में उच्चाभिलाषी रहेेंगे और बाद में उच्च के रहेंगे १ ये बहुत अच्छा समय रहेगा १ लोगों के रुके हुए कम बनेंगे १ आलसी लोग भी कुछ करने की सोचेंगे १ लोगों के मन में नए-नए विचार आयेंगे और अगर मेहनत और ईमानदारी से काम करेंगे तो शुभ परिणाम अवश्य मिलेंगे १ इस समय पर ली गई नौकरी, किसी व्यवसाय का शुभारम्भ बहुत फायदा पहुंचाएगा १ इसलिए मार्च से जून के मध्य जो भी अवसर मिले उसको गंवाना नहीं चाहिए १ साथ ही अगर कुण्डली को देखकर दशान्तर्दशा किस ग्रह की है ये जोड़कर देख लेना चाहिए १ अक्षय तृतीया के पास तो चंदरमा भी उच्च का होगा और सूर्य भी उच्च का होगा १ अतः ये समय बहुत ही शुभ फलदायी होगा १ ईश्वर पर पूर्ण विश्वास, लग्न और मेहनत से काम करेंगे तो सुख समृध्धि बनी रहेगी १
जून से सितम्बर
जून के बाद गुरु उच्च के वर्गोत्तम रहेंगे और सूर्य भी गुरु के साथ आकर बहुत ही शक्तिशाली योग शिवराज योग बनाएगा १ अपने आप में एस अदभुद योग है १ सभी कि जिंदगी का बहुत ही महत्वपूर्ण समय हैं १ पहले से भी अच्छी स्थिति होगी १ राहु भी तुला से कन्या राशि में गोचर करेंगे तो कन्या राशि पवित्र हो जायेगी १ राहु ने तुला राशि में रहते हुए बहुत तंग किया था अब इस से निजात मिलेगी १ लेकिन इस अवधि में मंगल तुला राशि में विचरण करते हुए लगभग 6 महीने यहाँ रहकर आपदाएं लाएगा लेकिन गुरु सूर्य और शुक्र की स्थिति उबार लेगी १
अक्टूबर से दिसम्बर
इस समय लोगों को सबसे ज्यादा सतर्क रहना चाहिए १ मन में भ्रम कि स्थिति बनी रहेगी १ जिनकी षष्ठेश और अष्टमेश कि दशा चल रही है उन्हें बहुत सावधान रहना चाहिए १ नौकरी बदलना , पैसा इन्वेस्ट करना आदि में सावधानी बरतें १ नवम्बर में शनि वृश्चिक राशि में आ जायेगा १ शास्त्रानुसार वृश्चिक का शनि सबसे ज्यादा ख़राब रहता है क्योंकि यहीं पर शनि लगभग तीन साल रहता है १ शनि कर्क राशि के लिए कंटक शनि और मेष राशि के लिए अष्टम शनि प्रतिकूल प्रभाव प्रभाव डालेगा १ मेष राशि के लिए अष्टम शनि बहुत ही खराब है १ कुल मिलकर ये समयावधि शुभ नहीं है १ उपयुक परिहार अवश्य करा लें १ सावधान सतर्क रहें १ प्रभु की शरण में रहते हुए अपने कुलदेवता , इष्ट देवता की आराधना करें १ किसी नए काम को शुरू न करें १ सकरात्मक सोच रखें १ ईश्वर सब ठीक करेंगे १
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ReplyDeleteName- Gajendra
DOB- 19/09/1983
Time- 03.18 AM
Place- Udaipur, RAJ
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