Friday, 30 August 2013

बच्चे बच्चियों को सचरित्र बनाने के उपाय

बच्चे भावी जीवन के कर्णधार हैं १ हर माता-पिता  के  लिए  उनके  बच्चे  ही  उनकी पूंजी  होते  हैं  १  हर माँ-बाप चाहते हैं की उनका बच्चा लायक बने, उनका  नाम  रोशन करे,  एक कामयाब इंसान,एक अच्छा बेटा, एक अच्छा पति, एक अच्छा पिता बनने के साथ-साथ एक सभ्य नागरिक बने १ इसके लिए आपको बचपन में ही बच्चे की कुंडली किसी योग्य ज्योतिषाचार्य को दिखा लेनी चाहिए १ कुंडली  में स्थित कुछ योगों  से पता चल जाता है की बच्चा किस प्रवृती का है और उसी के अनुसार शुरू से ही बच्चे पर ध्यान देना चाहिए १ जैसे :-
  • कुंडली में मंगल शुक्र का योग हो और मंगल बली हो तो बच्चे पर नजर  रखें १ बच्चों को राह से भटकने में मंगल का बहुत बड़ा हाथ होता है १ 
  • शुक्र चन्द्र की युति हो तो किशोरावस्था से  बच्चे पर ध्यान रखें १ बच्चा अपोजिट सेक्स के प्रति आकर्षित हो सकता है 
  • चंद्रमा कमजोर हो तो बच्चा बहुत नरम दिल होता है १ ऐसे में कुछ स्वार्थी बच्चे/बच्चियांउसे ब्लैकमेल करके उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं 
  • चन्द्र राहु की युति हो तो बच्चे के मन में नित  नयी खुराफातें उपजती हैं 
  • मंगल शनि की युति हो और मंगल बहुत बली हो तो बच्चा किसी को भी हानि पहुँचाने से नहीं डरेगा १ 
  • गुरु ख़राब हो, नीच, अस्त, वक्री हो तो बच्चा अपने माता-पिता बड़े बुजुर्ग  किसी की भी इज्जत नहीं करेगा १
उपाय :-

         मंगल शुक्र योग के लिए बच्चे को खेलकूद में डालें १ बच्चे की एनेर्जी को खेलकूद में लगायें, बुध के लिए हरी सब्जियों का सेवन कराएँ
  • लड़की की कुंडली में इस तरह के योग हों तो उसे संगीत,डांस, पेंटिंग आदि किसी कला में डालें 
  • बच्चों  को शुरू से ही बड़ों का आदर करना सिखाएं १ घर में स्वयं भी अपने बुजुर्गों का आदर करें इससे घर में गुरु मजबूत होगा 
अधिक जानकारी के लिए मेल करें :    jyotishsanjeevani@gmail.com

Wednesday, 28 August 2013

अष्टम मंगल और उपाय

        मंगल ग्रह कुंडली में बहुत महत्त्व रखता है १ मंगल कालपुरुष कुंडली का लग्नेश और अष्टमेश है १ भाई, भूमि,ओज,शक्ति,मनोबल और उर्जा का कारक है १ अगर ये मंगल जन्म कुंडली या   गोचर में अष्टम भाव में हो तो इसके अशुभ परिणाम जातक को झेलने पड़ते हैं १  जैसे:- 
  • मंगल भाई और दोस्त का कारक है १ मंगल अष्टम भाव में हो तो जातक की भाई का सुख नहीं मिलता, अगर तीसरे घर में भी अशुभ ग्रह हों तो भाई के लिए बहुत घातक हो सकता है 
  • जातक के पराक्रम में कमी रहती है, जातक चिडचिडा और झगडालू होता है 
  • शादी के बाद पति/पत्नी में कलेश रहता है घर का वातावरण ख़राब रहता है 
  • घर में जब भी मंगल कार्य होता है तो कभी भी निर्विघ्न नहीं होता १ किसी न  किसी तरह से क्लेश जरुर हो जाता है 
  • मेहनत का फल कभी नहीं मिलता १ किसी भी कम में हाथ डालो मेहनत ज्यादा और लाभ कम मिलता है १ 
  • जमा पूंजी के लिए भी अशुभ होता है धन नहीं जुड़ता १ कुटुंब में भी लड़ाई झगडा रहता है १ 
  • 28 से 33  वर्ष की उम्र में हालात  और बिगड़ जाते है, वैवाहिक जीवन में परेशानी, रूपये पैसे में कमी, कारोबार में हानि, घर का सुख नहीं मिलता, घर में सुख शांति नहीं मिलती १
  • खून की बीमारी, कैंसर आदि भयंकर रोग तथा  दुर्घटनाओं के कारण अंग-भंग पर पैसा खर्च होगा 
उपाय 
  • घर में नीम/बकायन का पेड़ न हो , ख़ुशी के मौके पर लाल रंग न पहनें 
  • तंदूर घर में बिलकुल न लगायें, दक्षिण मुखी मकान  में न रहें 
  • उत्तरमुखी घर ऐसे जातकों के लिए शुभ होगा 
  • चाँदी की चैन गले में पहनें 
  • आठ मंगलवार कुतों को गुड की रोटी खिलायें 
उपरोक्त उपायों से हम कुछ हद तक अष्टम मंगल के कुप्रभावों  से बच सकते हैं लेकिन पूरी तरह से नहीं क्योंकि ग्रहों की स्थिति कुंडली में हमारे पूर्व कर्मों के अनुसार ही होती है १

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Tuesday, 20 August 2013

गोचर में नीच मंगल और शुक्र का जीवन में प्रभाव


        12  अगस्त 2013 से शुक्र ग्रह अपनी नीच राशी  कन्या में भ्रमण  कर रहा है और 19  अगस्त की रात्रि से मंगल अपनी नीच राशी कर्क  में भ्रमण कर रहा है १ ये दोनों ग्रह प्राणी मात्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण ग्रह हैं १ कोई भी ग्रह गोचर में नीच या उच्च  होता है तो जन्म कुंडली में ग्रह  स्थिति के अनुसार मानव जीवन पर शुभ या अशुभ प्रभाव डालते हैं  १ इस समय शुक्र ग्रह और मंगल ग्रह नीच के हैं अतः हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा:-
  • शुक्र ग्रह  नीच होने से वैवाहिक संबंधों में परेशानी हो सकती है, पत्नी का स्वास्थ्य  खराब हो सकता है अतः कोशिश करें कि पत्नी से मनमुटाव न हो, शांति और धैर्य से काम लें 
  • शुक्र लक्ष्मी यानि धन, वैभव का कारक ग्रह है, नीच का होने से आर्थिक परेशानी हो सकती है अतः धन का लेन देन इस समय में न करें 
  • शुक्र ग्रह वाहन का कारक ग्रह है अतः 7  सितम्बर  2013 तक नया वाहन न खरीदें १ 
  • नए आभूषण भी न खरीदें १ 
  • माँ लक्ष्मी की आराधना करें, छोटी कन्याओं को खीर का भोजन कराएँ, गाय को हरा चारा खिलाएं १
  • मंगल ग्रह 7  अक्तूबर 2013 तक नीच का होने से इस समय में गुस्सा आना, सर दर्द, बी पी , ह्रदय रोग, रक्त विकार होने की सम्भावना बढ़ जाती है अतः कोशिश करें की उपरोक्त चीजों से बचें १ 
  • कोई भी मंगल कार्य इन दिनों न करें १ 
  • नया मकान न खरीदें , जमीन की खरीद फरोख्त न करें १ 
  • भाई का स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है अतः भाई का विशेष ध्यान रखें 
  • इन दिनों लाल कपडा न पहनें बल्की दान दें 
  • लाल मिर्च , तेज मिर्च मसलों का प्रयोग कम करें अन्यथा पित कुपित होने से पेट खराब हो जायेगा 
  • इन दिनों लाल मसूर की दाल रात को पानि में भिगोकर कर गाय को खिलाएं 
  • रोटी पर गुड रखकर गाय को दें, गरीब मजदूरों को मीठा भोजन कराएँ 
उपरोक्त ध्यान रखने से उक्त ग्रह शांत रहेंगे और आपको ज्यादा परेशानी नहीं  होगी १
अधिक विस्तार से जानने के लिए संपर्क करें :- jyotishsanjeevani@gmail.com

Tuesday, 13 August 2013

दैनिक जीवन में कुछ ज्योतिषीय सावधानियां

 दैनिक जीवन में  हम दूसरों के देखा-देखी या किसी किताब में पढ़कर कुछ ऐसे  मन्त्र जप, दान आदि  करते रहते हैं जो ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ नहीं होता या लाभ के स्थान पर हानि होनी शुरू हो जाती है :-
  • उच्च के ग्रहों का कभी दान नहीं करना  चाहिए और नीच ग्रहों की कभी पूजा नहीं करनी चाहिए 
  • गुरु दशम भाव में हो या चौथे भाव में हो तो मंदिर  निर्माण के लिए धन नहीं देना चाहिए ये बहुत अशुभ होता है तथा  कभी न कभी जातक को फांसी तक पहुंचा सकता है 
  • सप्तम भाव में गुरु हो तो कभी भी पीले वस्त्र दान नहीं करने चाहिए 
  • बारहवें भाव में चन्द्र हो तो साधुओं का संग करना बहुत अशुभ होगा १ परिवार की वृद्धि रुक जायगी 
  • सप्तम/अष्टम सूर्य हो तो ताम्बे का दान नहीं देना चाहिए, धन की हानि होने लगेगी 
  • मंत्रोच्चारण  के लिए शिक्षा-दीक्षा  लेनी चाहिए क्योंकि अशुद्ध उच्चारण  से लाभ की बजाय नुक्सान होगा 
  • मंत्र जाप पूर्ण संख्या में, एक ही आसन पर, एक ही समय में सम संख्या में करना चाहिए 
  • मंत्र जाप पूर्ण होने के बाद दशांश हवन अवश्य करना चाहिए तभी पूर्ण फल मिलेगा 
  • कुछ लोग वार के अनुसार वस्त्र पहनते हैं जो ठीक नहीं है १ कुंडली में जो ग्रह अच्छे हैं उनके वस्त्र पहनना शुभ है लेकिन जो ग्रह शुभ नहीं हैं उनके रंग के वस्त्र पहनना परेशानी देता है 
  • हम देखते हैं कि  कई लोग बिना किसी से सलाह लिए मोती पहन लेते हैं जो गलत है १ अगर कुंडली में चन्द्रमा नीच का है तो जातक depression (अवसाद ग्रस्त ) में आ सकता है १ 
  • अक्सर देखा गया है कि जिस बच्ची की शादी नहीं हो रही है तो कुछ पंडित पुखराज पहनने की सलाह दे देते  है १ बिना कुन्डली देखे पुखराज पहनाने से कई बार शादी ही नहीं होती १ कुंडली में गुरु नीच का हो अशुभ प्रभाव में हो, अशुभ भाव में हो तो पुखराज नहीं पहनना चाहिए 
  • आमतौर पर देखा जाता है लोग घर में मनी प्लांट लगा लेते हैं कि इसके लगाने से घर में धन वृद्धि होगी लेकिन अगर बुध खराब हो तो घर में मनी प्लांट लगाने से घर की बहन, बेटी दुखी रहती हैं 
  • कैक्टस, कांटे वाले पौधे घर में लगाने से शनि प्रबल हो जाता है अतः जिनकी कुंडली में शनि खराब हो तो उन्हें ऐसे पौधे नहीं लगाने चाहिए १
उपरोक्त बातों का ध्यान रखेंगे तो हमें ग्रह कभी हानि नहीं पहुंचाएंगे १
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Friday, 9 August 2013

बहुत काम की छोटी बातें

       कई बार कुछ परेशानियाँ , कुछ ऐसे काम हो जाते हैं जब हमें किसी की सलाह की जरुरत महसूस होती है १ कब कौन सा काम करना शुभ होता है, कब अशुभ होता है-  इन बातों को हम सोचने पर मजबूर जाते हैं १  आज मैं ऐसी ही बहुत काम  की छोटी-छोटी  बातें आप के साथ शेयर कर रही हूँ :-
  • तिथियाँ चंद्रमा की कलाओं पर आधारित है १ अमावस के दिन चंद्रमा की कलाएं क्षीण हो जाती हैं , अतः जहाँ तक संभव हो इस दिन शुभ काम टालने चाहिए 
  • शुक्ल पक्ष की एकादशी,त्रियोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा को चंद्रमा पूर्ण कलाओं से युक्त रहता है, अतः ये पांच तिथियाँ सर्वोत्तम होती हैं 
  • सूर्योदय के समय जो तिथि उदय होती है वही तिथि सारे दिन मानी जाती है लेकिन पितरों का श्राद्ध कर्म में जितने समय तक तिथि रहती है उसी समय तक मान्य  रहती है 
  • जन्म पत्री में मंगल कमजोर हो, रक्त विकार हो, चर्म रोग हो, अल्सर, बवासीर, दाद-खुजली, नकसीर, सूखा रोग इत्यादि हो, साथ ही विजय तथा नेतृत्व चाहते हैं तो लाल चन्दन जल में डालकर स्नान करें और मंगलवार  को  रेवड़ी और बताशे  " ॐ भौमाय  नमः"  का जाप करते हुए बहते जल में प्रवाहित  करें 
  • दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट हो, पति, सास, ससुर से परेशानी बढ़ रही हो तो शुक्रवार के दिन किसी ब्राह्मण को सूर्योदय के बाद छींट के वस्त्र, चावल का दान करें १ अगर ब्राह्मण को खीर का भोजन करा दें तो अतिउत्तम,  समस्या का समाधान निश्चित रूप से होगा                         
  • यदि सरकारी कार्य में बाधा आ रही हो, अधिकारी से मतभेद हो, संतान पढाई में पिछड़ रही हो, स्वयं को गठिया, मोटापा, कमर दर्द हो, लीवर की बीमारी हो तो नाभि में केसर लगायें १   चमेली के फूल जल में डालकर स्नान करें, समस्या का निदान होगा १ 
  • यदि शनि की ढैया , साढ़ेसाती, दशान्तार्दशा चल रही हो तो शनिवार को काली छतरी दान करें १ काली गाय या भैंस को रोटी खिलाएं - शनि शांति का अचूक उपाय है १ 
  • जातक कर्जदार हो गया हो, लक्ष्मी प्राप्ति के मार्ग बंद हो गए हों तो  सिद्ध कनकधारा यंत्र को स्थापित करके कनक धारा स्तोत्र का नियमित पाठ करें - कर्ज से मुक्ति मिलेगी, धनागम से मार्ग खुलेंगे १ 
  • सूर्य मेष राशी में जब गोचर करे, उस समय में शुरू किया गृह निर्माण निर्विघ्न रूप से अतिशीघ्र बनता है 
  • अश्वनी,रोहिणी,मृगशिरा, पुष्य,उत्त्राफागुनी,हस्त,चित्रा,स्वाति,अनुराधा,ज्येष्ठा,मूल,उत्तराषाढ़ा,श्रवण,
  • उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र में गृहारंभ किया जाय तो भी श्रेष्ठ फलदायी होता है
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Sunday, 4 August 2013

घर में सुख-समृद्धि के लिए जानने योग्य बातें

       मनुष्य गलतियों का पुतला है १ जाने-अनजाने कुछ ऐसी भूल,  गलती, गलत आदतें हमारे अन्दर पनप जाती हैं जिनके शुभाशुभ परिणाम से हम अनभिज्ञ रहते हैं आज हम ऐसे ही कुछ आदतों पर विचार करेंगे साथ ही  घर में सुख-समृद्धि के लिए कुछ अन्य बातों की भी जानकारी देंगे :-
  • कभी भी बैठे-बैठे पैर न हिलाएं जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ेगा, बुध शनि ख़राब होगा, पेट खराब रहेगा
  • अगर घर की किसी खिड़की का शीशा टूटा हो तो तुरंत बदलवाएं अन्यथा किसी कारणवश बेइज्जत होना पड़ेगा 
  • बिना चाबी के ताले घर में हों तो बहार फेंकें १ अगर किसी बक्शे में ताला लगा हो और चाबी खो गयी हो तो ताला तोड़कर नया ताला लगायें नहीं तो घर में भयंकर मुसीबतें आयेंगी 
  • घर में कभी भी झाड़ू खड़ी करके न रखें, कोई लाठी, डंडा इत्यादि भी लिटाकर ही रखें १ 
  • घर में छोटे मुंह की बोतलें, शीशियाँ,मर्तबान आदि न रखें अन्यथा घर में बरकत नहीं आयेगी 
  • रसोईघर में बर्तन सीधे न रखें, उलटे करके रखें क्योंकि खुले बर्तनों में नकारात्मक ऊर्जा आयेगी साथ ही खुले बर्तनों में कीड़े-मकोड़े, मकड़ी आदि घुसने का भी डर रहता है 
  • किसी अंगूठी का नग निकल गया हो तो तुरंत नग डलवाएं अन्यथा मानसिक शांति भंग होगी 
  • जिंदगी में तरक्की चाहते हो तो तर्क-वितर्क लड़ाई-झगड़ों से बचें 
  • रसोईघर में कदापि न सोयें 
  • महिला नाक में लौंग पहने तो शुभ है, नथ या बाली  टेंशन देगी 
  • कईयों की आदत होती है बैठे-बैठे उंगलियाँ  चटकाते रहते हैं, गलत है आगे चलकर हड्डियाँ कमजोर होंगी साथ ही शनि कुपित हो जायेगा, राहु सक्रिय हो जायेगा 
  • मुंह से नाख़ून कुरेदना भी बहुत अशुभ है ऐसा व्यक्ति आगे चलकर मानसिक रोगी हो जायेगा 
  • जो व्यक्ति पैर घसीट कर चलते  हैं  उनका  शनि राहू  खराब हो जाता  हैं १ उनकी कार्यक्षमता कम हो जाती है और अनेक परेशानियाँ जीवन में आती हैं, अगर लड़कियां ऐसे चलती हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहेगा
उपरोक्त बातें सुनने में छोटी हैं लेकिन इनके परिणाम बहुत बड़े होते हैं अतः इन बातों का ध्यान रखें १ ऐसी अनेकों छोटी-छोटी बातें हैं जिनका यहाँ विवरण देना संभव नहीं है १ अधिक जानकारी के लिये संपर्क करें :-
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Thursday, 1 August 2013

कैसे पहचानें घर में पितृ दोष है या नहीं

पितृ दोष क्यों होता है 
         हमारे पूर्वजों में से किसी ने किसी ब्राहमण, कुलगुरु का अपमान किया होता है या फिर गाय की हत्या की होती है तो ऐसे  घर में पीढ़ी-दर-पीढ़ी ये दोष चलता रहता है अगर समुचित निवारण नहीं किया जाय तो १

घर में पितृ दोष के लक्षण 
  • जिस घर में पितृ दोष होता है, परिवार सिकुड़ने लगता है अर्थात घर में पुरुष सदस्यों की संख्या में कमी होने लगती है 
  • ऐसे घर में कलह होती है, परिवार के लोगों में मनमुटाव बढ़ता जाता है, नकारात्मक सोच हो जाती है सबकी  तथा बच्चे गलत रस्ते पर चल पड़ते हैं, परिवार में बुजुर्गों का अपमान होता है
  • शादी योग्य बच्चों  की शादी समय पर नहीं होती और शादी के बाद संतान प्राप्ति में भी बाधा आती है 
  • कितना ही धनागम हो बरकत नहीं होती
  • घर की दीवारों में सीलन, टूट-फूट रहती है घर में सूर्य की रौशनी कम आती है साथ ही घर अव्यवस्थित रहता है 
  • घर में मास-मदिरा का सेवन होता हो तो पितृ दोष के कारण घर के लोगों को भयंकर दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं 
उपाय :
  •  घर-परिवार के हर सदस्य से धन एकत्र करके भागवत कथा का आयोजन करना चाहिए
  • परिवार का प्रत्येक सदस्य हर रोज गायत्री मन्त्र की एस माला का रोज जप करे 
  • माँस मदिरा का सेवन न करें, सकारात्मक सोच रखें, माता-पिता, घर के बुजुर्गों का आदर-सम्मान करें 
  • घर गौ -ग्रास निकाल कर गाय को दें 
  • घर में हंसी-ख़ुशी का माहौल रखें, घर व्यवस्थित रखें, सीलन तथा टूट-फूट को ठीक कराएँ 
  • गरीब बच्चों को शिक्षा सबंधी चीजों जैसे -कापी, पेंसिल, पेन , किताबें इत्यादि दान करें पितृ दोष का शमन में सहायक होगा 
  • अगर भयंकर पितृ दोष हो तो किसी विशेषज्ञ से विशेष अनुष्ठान करवाएं १ 
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