कई बार कुछ परेशानियाँ , कुछ ऐसे काम हो जाते हैं जब हमें किसी की सलाह की जरुरत महसूस होती है १ कब कौन सा काम करना शुभ होता है, कब अशुभ होता है- इन बातों को हम सोचने पर मजबूर जाते हैं १ आज मैं ऐसी ही बहुत काम की छोटी-छोटी बातें आप के साथ शेयर कर रही हूँ :-
- तिथियाँ चंद्रमा की कलाओं पर आधारित है १ अमावस के दिन चंद्रमा की कलाएं क्षीण हो जाती हैं , अतः जहाँ तक संभव हो इस दिन शुभ काम टालने चाहिए
- शुक्ल पक्ष की एकादशी,त्रियोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा को चंद्रमा पूर्ण कलाओं से युक्त रहता है, अतः ये पांच तिथियाँ सर्वोत्तम होती हैं
- सूर्योदय के समय जो तिथि उदय होती है वही तिथि सारे दिन मानी जाती है लेकिन पितरों का श्राद्ध कर्म में जितने समय तक तिथि रहती है उसी समय तक मान्य रहती है
- जन्म पत्री में मंगल कमजोर हो, रक्त विकार हो, चर्म रोग हो, अल्सर, बवासीर, दाद-खुजली, नकसीर, सूखा रोग इत्यादि हो, साथ ही विजय तथा नेतृत्व चाहते हैं तो लाल चन्दन जल में डालकर स्नान करें और मंगलवार को रेवड़ी और बताशे " ॐ भौमाय नमः" का जाप करते हुए बहते जल में प्रवाहित करें
- दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट हो, पति, सास, ससुर से परेशानी बढ़ रही हो तो शुक्रवार के दिन किसी ब्राह्मण को सूर्योदय के बाद छींट के वस्त्र, चावल का दान करें १ अगर ब्राह्मण को खीर का भोजन करा दें तो अतिउत्तम, समस्या का समाधान निश्चित रूप से होगा
- यदि सरकारी कार्य में बाधा आ रही हो, अधिकारी से मतभेद हो, संतान पढाई में पिछड़ रही हो, स्वयं को गठिया, मोटापा, कमर दर्द हो, लीवर की बीमारी हो तो नाभि में केसर लगायें १ चमेली के फूल जल में डालकर स्नान करें, समस्या का निदान होगा १
- यदि शनि की ढैया , साढ़ेसाती, दशान्तार्दशा चल रही हो तो शनिवार को काली छतरी दान करें १ काली गाय या भैंस को रोटी खिलाएं - शनि शांति का अचूक उपाय है १
- जातक कर्जदार हो गया हो, लक्ष्मी प्राप्ति के मार्ग बंद हो गए हों तो सिद्ध कनकधारा यंत्र को स्थापित करके कनक धारा स्तोत्र का नियमित पाठ करें - कर्ज से मुक्ति मिलेगी, धनागम से मार्ग खुलेंगे १
- सूर्य मेष राशी में जब गोचर करे, उस समय में शुरू किया गृह निर्माण निर्विघ्न रूप से अतिशीघ्र बनता है
- अश्वनी,रोहिणी,मृगशिरा, पुष्य,उत्त्राफागुनी,हस्त,चित्रा,स्वाति,अनुराधा,ज्येष्ठा,मूल,उत्तराषाढ़ा,श्रवण,
- उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र में गृहारंभ किया जाय तो भी श्रेष्ठ फलदायी होता है
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