पितृ दोष क्यों होता है
हमारे पूर्वजों में से किसी ने किसी ब्राहमण, कुलगुरु का अपमान किया होता है या फिर गाय की हत्या की होती है तो ऐसे घर में पीढ़ी-दर-पीढ़ी ये दोष चलता रहता है अगर समुचित निवारण नहीं किया जाय तो १
घर में पितृ दोष के लक्षण
हमारे पूर्वजों में से किसी ने किसी ब्राहमण, कुलगुरु का अपमान किया होता है या फिर गाय की हत्या की होती है तो ऐसे घर में पीढ़ी-दर-पीढ़ी ये दोष चलता रहता है अगर समुचित निवारण नहीं किया जाय तो १
घर में पितृ दोष के लक्षण
- जिस घर में पितृ दोष होता है, परिवार सिकुड़ने लगता है अर्थात घर में पुरुष सदस्यों की संख्या में कमी होने लगती है
- ऐसे घर में कलह होती है, परिवार के लोगों में मनमुटाव बढ़ता जाता है, नकारात्मक सोच हो जाती है सबकी तथा बच्चे गलत रस्ते पर चल पड़ते हैं, परिवार में बुजुर्गों का अपमान होता है
- शादी योग्य बच्चों की शादी समय पर नहीं होती और शादी के बाद संतान प्राप्ति में भी बाधा आती है
- कितना ही धनागम हो बरकत नहीं होती
- घर की दीवारों में सीलन, टूट-फूट रहती है घर में सूर्य की रौशनी कम आती है साथ ही घर अव्यवस्थित रहता है
- घर में मास-मदिरा का सेवन होता हो तो पितृ दोष के कारण घर के लोगों को भयंकर दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं
- घर-परिवार के हर सदस्य से धन एकत्र करके भागवत कथा का आयोजन करना चाहिए
- परिवार का प्रत्येक सदस्य हर रोज गायत्री मन्त्र की एस माला का रोज जप करे
- माँस मदिरा का सेवन न करें, सकारात्मक सोच रखें, माता-पिता, घर के बुजुर्गों का आदर-सम्मान करें
- घर गौ -ग्रास निकाल कर गाय को दें
- घर में हंसी-ख़ुशी का माहौल रखें, घर व्यवस्थित रखें, सीलन तथा टूट-फूट को ठीक कराएँ
- गरीब बच्चों को शिक्षा सबंधी चीजों जैसे -कापी, पेंसिल, पेन , किताबें इत्यादि दान करें पितृ दोष का शमन में सहायक होगा
- अगर भयंकर पितृ दोष हो तो किसी विशेषज्ञ से विशेष अनुष्ठान करवाएं १
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