Wednesday, 31 July 2013

बच्चों के लिए ध्यान देने योग्य बातें



         बच्चे भावी जीवन के कर्णधार होते हैं १ बचपन से ही बच्चों में अच्छे संस्कार के साथ-साथ उनके शारीरिक, मानसिक विकास के लिए सभी अभिभावकों को कुछ विशेष बातों का अवश्य ध्यान रखना चहिये :-
  • बचपन से ही बच्चों को गायत्री मंत्र बुलवाना चाहिए इससे बच्चे का सूर्य मजबूत होता है, उसे आरोग्य बल मिलता है १ बच्चे को पिता का सुख मिलता हैतथा उसकी आत्मा पवित्र होती है बच्चा कभी गलत सांगत में नहीं पड़ेगा न ही पथभ्रष्ट होगा 
  • अगर बच्चा चुपचाप रहे, कोई बात बुरी लगे तो व्यक्त न करके चुपके-चुपके रोये, छोटी-छोटी बात में रोये या गहराइ से ले, उसमें उर्जा की कमी हो तो समझो बच्चा बेहद भावुक है,  और उसका चन्द्रमा कमजोर है  इसके लिये बच्चे को चांदी के गिलास में दूध /पानी पिलायें १ माँ का साथ अधिक से अधिक मिले ऐसे  बच्चे को १ 
  • बच्चे को हरी सब्जियां खिलायें, खली पेट ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पिलाये १ बच्चे को अपनी बात खुलकर बताने के लिए प्रोत्साहित करें १ इससे बच्चे का बुध मजबूत होगा १ बच्चे में तर्कशक्ति विकसित होगी बच्चा calculative mind का होगा, बच्चा गणित में पारंगत होगा 
  • बच्चों को अपने बुजुर्गों , गुरुजनों का आदर करना सिखाएं १ गुरु मजबूत होगा और बच्चा उत्तम विद्या तथा शिक्षा प्राप्त करेगा १ प्रभु का आशीर्वाद इसे बच्चों के साथ हमेशा रहता है 
  • बच्चों को कभी-कभी साबूदाना खिलाएं , साफ स्वच्छ कपडे पहनाये, बच्चे को अपनी चीजें सही स्थान पर रखने की आदत डालें १ इससे   शुक्र मजबूत होगा और  बच्चे को जीवन में कभी धन की कमी नहीं रहेगी 
  • ये भी ध्यान रखें की बच्चा घर में इंडोर गेम्स की बजाय  बाहर  खेले १ मंगल मजबूत होगा,  दुर्घटनाओं से बचेगा, हड्डियाँ मजबूत होंगी और  बच्चे में सहनशीलता तथा धैर्य जैसे गुण आयेंगे १ 
  • बच्चे को गरीबों, दींन -दुखियों की सहायता करनी सिखाएं, शनि मजबूत होगा जो बच्चे को अकाल मृत्यु से बच्चे को बचाएगा १ 
  • जीवजंतुओं की देखभाल करने वाले, उन्हें प्यार करने वाले बच्चों को जीवन में कभी भी किसी भयंकर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता १
  • कई बार बच्चे झूठ बोलने लगते हैं १ ऐसे में ताम्बे का सिक्का मंदिर में रखवाएं बच्चे से १ 
  • अगर बच्चा बहुत शैतान है तो चांदी का कड़ा हाथ में पहनाएं १ 
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Monday, 29 July 2013

शुभाशुभ राहु/केतु के लक्षण और उपाय


         राहु केतु दोनों छाया ग्रह हैं तथा जिस ग्रह के साथ स्थित होते हैं उन्हीं के गुण-अवगुण के अनुसार फल देते हैं १ लेकिन  ये भी  सत्य है कि  राहु केतु के अक्ष में आने वाले ग्रह अपने पूर्ण शुभ फल देने में असमर्थ हो जाते हैं फिर भी राहु केतु अगर शुभ हो तो जातक को इनकी दशान्तार्दशा में शुभ फल भी मिलते हैं १

 शुभ राहु/केतु का लक्षण 
  • राहु शुभ हो तो जातक निडर, निर्णय लेने में बोल्ड होता है 
  • जातक अन्तरिक्ष इंजिनियर, राजनीतिज्ञ , पायलेट बनता है 
  • शुभ राहु जातक को असाध्य रोगों से बचाता है 
  • शुभ केतु जातक को अध्यात्म की ओर ले जाता है 
  • जातक विदेशी भाषाओँ का ज्ञाता होता है, शुभ केतु जातक को एक काबिल डॉक्टर बनाता है
 अशुभ राहु केतु के लक्षण 
  • राहु अगर अशुभ होगा परिवार में वृद्ध सदस्य बीमार रहेगा 
  • राहु ख़राब हो तो जातक के घर में इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान जल्दी जल्दी ख़राब होगा 
  • राहु ख़राब हो तो जातक को वहमी हो जाता है, भ्रम में जीता है जातक अर्थात जो होता नहीं है उससे कहीं ज्यादा अपने को समझता है 
  • केतु विष का कारक  है , जातक को कीड़े-मकोड़े, सांप बिच्छू , कुत्ते-बिल्ली काटने का डर रहता है 
  • केतु विषाणु के कारण रोग देने का कारक है 
  • जिसके राहु / केतु अशुभ हो तो वो जातक परम्परा विरोधी कार्य करते  हैं
उपाय : 
  • अशुभ राहु के लिए एक नारियल के टुकड़े करके कुछ टुकड़े गरीबों में बांटें और कुछ टुकड़े बहते जल में प्रवाहित करें
  • जौ के आटे की गोलियां बनाकर मछली को खिलाएं 
  • चाँदी के गिलास में पानी पियें 
  • केतु के लिए गणपति जी आराधना करें 
  • कुतों को ब्रेड दूध खिलाएं

Saturday, 27 July 2013

शुभाशुभ शनि के लक्षण और उपाय

शनि नैसर्गिक पाप ग्रह है १ लेकिन  कुंडली में शनिकीस्थिति के आधार पर ही शनि अपने शुभाशुभ परिणाम देता है १ ग्रहों में शनि न्यायाधीश है  अर्थात न्याय के पथ पर चलने वालों पर, दीन-दुखियों की सहायता करने वालों पर शनि महाराज की शुभ दृष्टि हमेशा बनी रहती है १ शनि आपकी कुंडली में शुभ है या अशुभ यह जानने के लिए कुछ लक्षणों को देखना चाहिए जैसे :-
शुभ शनि के लक्षण 
  • अगर कुंडली में शनि शुभ है तो जातक न्यायप्रिय होगा, दूसरों के दुःख में सहायता करेगा १ 
  • जातक को नौकरों का सुख मिलेगा अर्थात वह जहाँ भी जायेगा उसकी सहायता के लिए कोई न कोई तत्पर दिखेगा 
  • जातक बलिष्ट शरीर का स्वामी होगा और उसे कोई बीमारी भी जल्दी नहीं लगेगी 
  • जातक बहुत मेहनती होगा तथा कठोर परिश्रम से ही अपना भाग्य बनाएगा 
  • जातक शुद्ध सात्विक विचारों का होगा साथ ही माँस-मदिरा से दूर रहेगा 
  • पत्नी सात्विक विचारों की होगी तथा हर धर्माचरण में जातक के साथ रहेगी 
  • घर में सुख-शांति होगी चाहे धन बहुत अधिक न हो, मेहनत से धन  कमाएगा जातक
  • जातक साफ-स्वच्छ रहेगा तथा घर को भी व्यवस्थित रखना चाहेगा 
अशुभ शनी के लक्षण 
  • कुंडली में अशुभ शनि हो तो जातक अपने फायदे के लिए दूसरों को नुकसान पहुंचाएगा १  इसके साथ ही जातक महा आलसी होगा १ फटे-पुराने कपडे पहनेगा, घिसे जूते पहनेगा चाहे उसके पास नए कपडे जूते कितने ही हों १ नहाने में भी आलस करता है जातक  अगर शनि कमजोर हो 
  • उसे कभी भी नौकरों का सुख नहीं मिलेगा साथ ही उसकी अपने आधीन काम करने वालों के साथ कभी नहीं बनेगी 
  • जातक को अपना मकान बनाने में परेशानी होगी अगर बन भी गया तो मकान में सुख से नहीं रह पायेगा कोई न कोई परेशानी बनी रहेगी 
  • जातक कर्ज के बोझ से निकल नहीं पायेगा १ शरीर में नसों-नाड़ियों में रूकावट के कारण दर्द रहेगा 
  • उपरोक्त परेशानियाँ शनि की दशा अन्तर्दशा , साढ़ेसाती में और उग्रता से बढ़ जाती हैं 
उपाय : शनि के उपायों में सर्वश्रेष्ठ उपाय है न्याय के पथ पर चलना, गरीबों की सहायता करना, किसी का धन न हडपें, किसी का हक़ न मारें, मांस-मदिरा से दूर रहें, मजदूरों, अपंगों को मीठा भोजन दें १ शनि भगवान् के बीज मन्त्रों का जप करें , चाँदी धारण करें, साफ सुथरे रहें, अनुशाशित रहें १ माँ के सान्निध्य में रहें १ पीपल के वृक्ष लगायें और उसकी देखभाल और पूजा करें १ इन नियमों को जीवन में उतारोगे तो शनी की कृपा बनी रहेगी
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Thursday, 25 July 2013

शुभाशुभ शुक्र के लक्षण और उपाय

       लिंग पुराण के अनुसार सबसे उत्तम व श्रेष्ठ ग्रह है शुक्र  क्योंकि इस भौतिक संसार में हर चीज शुक्र से जनित है १ हर प्रकार के भौतिक सुख देने वाला शुक्र ग्रह ही है अतः शुक्र का कुंडली में बलिष्ट होना  बहुत आवश्यक है १ कुछ लक्षण ऐसे हैं जिनसे पता चल जाता है कि कुंडली में शुक्र शुभावस्था में है या अशुभावस्थ में

शुभ शुक्र के लक्षण 
  • जिस जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत हो तो वो बहुत  खूबसूरत होता है साथ ही देखने में अपनी उम्र से छोटा लगता है 
  • उसका विवाह जल्दी हो जाता है तथा उसे अपने जीवनसाथी का भरपूर सुख मिलता है 
  • ऑंखें बहुत सुन्दर होती हैं, नजर भी तेज होती है 
  • जातक सज-संवर कर रहता है, सुन्दर परिधान पहनता है और हर सुन्दर वस्तू  को पसंद करता है 
  • जातक की त्वचा स्निग्ध और दाग- धब्बे रहित होती है 
  • जातक को आलू, देशी घी, दही, गोलगप्पे इत्यादि खट्टे-मीठे खाने का शोकीन होता है 
  • जातक अपने जीवन में हर सुख, धन-वैभव , ऐश्वर्य का उपभोग करता है 
  • सकारात्मक सोच का मालिक होता है और हमेशा खुश रहता है
अशुभ शुक्र  ग्रह के लक्षण
  • जातक अजीबोगरीब फैशन करता है जैसे नाख़ून बढ़ाना, अलग तरह की दाढ़ी रखना, अजीबोगरीब वस्त्र पहनना इत्यादि 
  • जातक लड़कियों से फ्लर्ट करेगा, आज किसी से दोस्ती कल किसी और से १ जातक का चरित्र संदिग्ध रहेगा 
  • विवाह जल्दी नहीं होगा और होगा तो जातक अपने साथी के प्रति reliable नहीं रहेगा १ वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहेगा
  • उसको हमेशा धन की कमी महसूस होगी
  • नजर  जल्दी कमजोर हो जाएगी 
उपाय :  सबसे महत्वपूर्ण उपाय है शुक्र ग्रह को ठीक करने का - महिलाओं का  आदर करना १ रसीले फल खाएं और दान करें १ गाय को शुक्रवार को हरा चारा दें १ जिमीकंद, मशरूम मंदिर में दें १ गोलगप्पे खुद खाएं औरों को भी खिलाएं१ छोटी कन्याओं को खीर का भोजन कराएँ शुक्रवार को १ धन के लिए माँ लक्ष्मी की आराधना करें , श्रीसूक्त का पाठ करें १ 
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Tuesday, 23 July 2013

शुभाशुभ गुरु के लक्षण और उपाय


         गुरु नैसर्गिक शुभ गृह है १ लेकिन कभी-कभी अशुभ भावेश होने से, पाप भावेश होने से गुरु अपनी शुभ फल नहीं दे पाता १ अगर गुरु राहू केतु अक्ष में हो तो भी गुरु के शुभ फल नहीं मिलते १ कुछ लक्ष्णों से हम जान सकते हैं की हमारी कुंडली में गुरु ग्रह शुभ है या अशुभ १
 शुभ गुरु के लक्षण
  • जातक धार्मिक, आस्तिक और अच्छे विचारों वाला होगा
  • जातक के मन में ईश्वर, माँ-बाप , बुजुर्गों और गुरुजनों के प्रति सम्मान होगा 
  • जातक वित्तीय प्रबंधन का विशेषज्ञ होगा 
  • जातक धर्म शास्त्रों का ज्ञाता होगा साथ ही एक अच्छा उपदेशक होगा 
  •  जातक कभी भी अपने फायदे के लिए किसी का बुरा नहीं करेगा 
  • जातक घी, मिठाईयां तथा गरीष्ट भोजन खाने का शोकीन होगा
  • जातक ईमानदार और परोपकारी होगा


अशुभ गुरु के लक्षण 
  • जातक ईश्वर की आराधना श्रद्धा से नहीं करेगा १ 
  • गुरु अशुभ हो तो जातक से मन में बुजुर्गों के प्रति आदर नहीं होगा 
  • जातक धार्मिक होने का दिखावा करेगा, आडम्बर करेगा लेकिन धर्मिकता से कोसों दूर होगा 
  • जातक धर्म के नाम पर लोगों को ठगेगा
  • जातक अपने व्यवसाय से कभी संतुष्ट नहीं होगा 
  • अशुभ गुरु पीलिया तथा लीवर सम्बन्धी रोग देगा 
उपाय 
  • बुजुर्गों को चाहे आप जानें यो न जानें  झुककर प्रणाम करें, पैर छुएं
  • गुरुजनों का सम्मान करें
  • व्यर्थ के आडम्बर, दिखावे में न पड़ें,  सीधे सरल रहें 
  • प्रभु में विश्वास रखें , गाय की सेवा करें 
  • अपने आचार-विचार शुद्ध सात्विक रखें 
  • हमेशा कुछ न कुछ सीखने को उत्सुक रहें, शास्त्रों का अध्ययन करें गुरु शुभ होगा 
  • कलाई में पीला धागा बांधें , केसर या हल्दी का तिलक लगायें १ 
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Thursday, 18 July 2013

शुभाशुभ बुध के लक्षण और उपाय

बुध कुंडली में कालपुरुष की कुंडली का तृतीयेश और षष्ठेश है  तथा  बुद्धि, त्वचा, वाणी का कारक है १  रिश्तों में मामा का कारक है बुध १ शुभाशुभ बुद्ध के लक्षण निम्न प्रकार से हैं :-
शुभ बुद्ध के लक्षण 
  • कुंडली में शुभ बुद्ध राजयोग देता है, 18 से  42 वर्ष तक जातक खूब धन कमाता है 
  • जातक की भाषा पर अच्छी पकड़ होती है, बोलने की कला में माहिर होता है और वाणी से धन कमाता है 
  • लेखन कार्य में भी निपुण होता है जातक १ एकाउंट्स में बहुत अच्छा होता है 
  • कैलकुलेशन (गणना ) में माहिर होता है तर्कशक्ति अच्छी होती है 
  • विलक्षण प्रतिभा का धनी होता है  साथ ही उत्तम शिक्षक व सलाहकार होता है 
  • सर थोडा बड़ा, गर्दन छोटी व नाक थोड़ी गोल होती है 
  • जीवन में हर पड़ाव पर पिता का सहयोग मिलता है 
  • मामा से अच्छी बनती है अगर बुद्ध शुभ हो 
  • जातक मस्तमौला और खुशमिजाज होता है
अशुभ बुद्ध के लक्षण 
  •  बुद्ध अशुभ हो तो मत बीमार रहेगी, पिता से विचार नहीं मिलेंगे 
  • वाणी दोष होगा, जातक अपनी बात को किसी के सामने सही ढंग से रख नहीं पायेगा 
  • वाणी दोष के कारण जातक तुत्लायेगा या हकलायेगा १ 
  • जातक में हीन भावना होगी १ अगर सूर्य भी कमजोर हो तो जातक आत्महत्या तक कर लेता है 
  • जातक के घर में पेड़-पौधे नहीं पनपते १ 
  • बाल भी झड़ने लगते हैं १ 
  • इसके साथ ही उपरोक्त शुभ बुद्ध के लक्षणों के बिलकुल विपरीत फल मिलते हैं अगर बुद्ध अशुभ हो १
  • जातक चिडचिडा और उदास रहता है
उपाय 
  • हरे  रंग का कपडा बुधवार को हिजड़े को दान दें 
  • हरे मूंग रात को भिगोकर सुबह पक्षियों को डालें 
  • मिटटी की हांड़ी में मशरूम भरकर जल में प्रवाहित करें 
  • बुधवार को कुत्ते को रोटी दें 
  • ताम्बे का छल्ला अनामिका में पहने 
  • हरी सब्जियां ज्यादा खाएं, बहन, भुआ व बेटी को सम्मान दें 
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Wednesday, 17 July 2013

शुभाशुभ मंगल के लक्षण और उपाय



       मंगल कालपुरुष की कुंडली का लग्नेश है, ओज, ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक और भूमि और छोटे भाई का कारक है १ कुंडली में शुभाशुभ मंगल जीवन को बहुत प्रभावित करता है १

शुभ मंगल के लक्षण 
  • मंगल शुभ हो तो सुसराल में मान-सम्मान और सुख मिलता है 
  • छोटे बहन भाइयों का सुख मिलता है 
  • जातक  बाहुबली और ऊर्जावान होता है 
  • शुभ मंगल वाले बीमार होने पर जल्दी ठीक हो जाते हैं 
  • अच्छे मंगल वाला जातक आलसी नहीं होता हमेशा कुछ न कुछ करता रहता है 
  • जातक को दवाइयां, जमीन, रक्षा और रसायन के काम से काफी लाभ होता है 
  • जातक गुरु, बुजुर्गों और अपने पुरोहित की खूब सेवा करता है 
अशुभ मंगल के लक्षण 
  • मंगल अशुभ हो तो वैवाहिक जिंदगी अच्छी  नहीं होती 
  • मित्र, भाई -भाभी का सुख नहीं मिलता १ किसी से इज्जत नहीं मिलती 
  • माथे  पर से बाल उड़ जाते हैं, हड्डियों तथा गुर्दे की बीमारी हो जाती है, आँखें कमजोर हो जाती है
  • कमजोर मंगल सरकार से दंड दिलाता है, गुरु भी पीड़ित हो तो गृहस्थ जीवन भी दुखी रहता है
  • कमजोर मंगल वाले को मुफ्त का माल खाने की आदत हो जाती है जो बहुत ख़राब है जातक जिंदगी भर रोजी-रोटी के जुगाड़ में चिंतित रहता है , संतान पक्ष से भी दुखी रहता है अतः कभी भी किसी मुफ्त में कुछ न लें १ 
उपाय 
  • किसी  विधवा ब्राह्मण स्त्री का आशीर्वाद लें , चांदी धारण करें , टूटे चप्पल -जूते न पहनें, घर से कबाड़, जन लगा लोहा, रसोई से बेकार की चीजें फ़ेंक दें,  करें , तीन धातु(तांबा,चांदी,सोना) की अंगूठी धारण करे, मिटटी के बर्तन में शहद, सिंदूर भरकर घर में रखें, भाई से अच्छे संबंध बना कर रखें, संतान सुख में कमी हो तो सात मंगलवार चार सौ ग्राम चावल दूध से धोकर जल में प्रवाहित करें , कुत्ते की सेवा करें , किसी का अपमान न करें , माँ-बाप की सेवा करें, रसोई में बैठकर भोजन करें १   लाल गुलाब जल में डालकर सूर्य को अर्घ्य दें १ 
इनमें  से कुछ उपाय भी अगर जातक कर ले तो मंगल की अशुभता कुछ कम हो जाएगी १ जातक सुख शांति महसूस करेगा १

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Tuesday, 16 July 2013

शुभाशुभ चन्द्रमा के लक्षण और उपाय

चंद्रमा कुंडली में बहुत महत्व रखता है १ चंद्रमा मन का कारक है, माँ का का कारक है सुख शांति और समृद्धि देता है, भाग्योदय देता है १ चन्द्रमा से ही हमारी दशाएं निर्धारित होती हैं और चन्द्रमा से ही गोचर ग्रहों का विचार किया जाता है १ चन्द्रमा कभी भी अशुभ नहीं होता १ चन्द्रमा पीड़ित या पाप प्रभाव में हो तो अपने शुभ फल देने में असमर्थ होता है  अर्थात चंद्रमा कमजोर हो जाता है १ 
बली चन्द्रमा के लक्षण
  • जातक की कुंडली में अगर चन्द्रमा शुभ हो तो जातक में  गजब का आत्मविश्वास होता है
  • जातक को माँ, मौसी और मामी का प्यार मिलता है 
  • जातक का व्यवहार मधुर और सौम्य रहता है, जातक खुशमिजाज होता है 
  • जातक गंभीर परिस्थितियों में भी घबराता नहीं है 
  • जातक मिलनसार होता है और हर प्राणी से प्यार करता है,जातक की सॊच सकारात्मक होती है
  • जातक का भाग्योदय 24 वर्ष की आयु तक हो जाता है 
कमजोर  चन्द्रमा के लक्षण :
  • जातक उपरोक्त  गुणों से बिलकुल विपरीत होगा
  • अगर चन्द्रमा कमजोर हो तो जातक को नजर बहुत जल्दी लगेगी तथा टोने-टोटके का असर भी जल्दी होगा 
  • जातक चिडचिडा होगा, नकारात्मक विचारों का होगा, उसका मन हमेशा अशांत रहेगा, माँ से विचार नहीं मिलेगें १ परेशानियों से जल्दी घबरा जायेगा १ जल्दी ही तनावग्रस्त हो जायगा , depression  में आ जाता है जातक  अगर चंद्रमा कमजोर हो कुंडली में १
उपाय 
  • चांदनी रात में चाँद को निहारें , चन्दन पानी में डालकर नहायें, चांदी  के गिलास में पानी पियें , माँ ,मौसी का आदर करें, फीमेल डॉग पालें, गाय को रोटी दें , चांदी की चेन गले में पहनें ,गंगाजल पानी में डालकर स्नान करें तथा भगवन शिव को जलाभिषेक करें १ चंद्रमा को बल मिलेगा और भाग्योदय में सहायक होगा १

Sunday, 14 July 2013

शुभाशुभ सूर्य के लक्षण और उपाय


 हमारी कुंडली में सूर्य शुभ है या अशुभ ये जानना बहुत आसान है १ कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिनसे हर कोई जान सकता है कि जन्म कुंडली में या गोचर में उसका सूर्य अच्छा है या बुरा या फिर न अच्छा न बुरा १ जैसे :-

 शुभ सूर्य हो तो लक्षण 
  • अगर आपका सूर्य शुभ अवस्था में है तो आपके आस-पास में आपका नाम होगा , लोग आपको जानेगें १ आपको मान-सम्मान मिलेगा 
  • आप सरकार में उच्चाधिकारी होंगे 
  • आप स्वाभिमानी होंगें तथा आप में  प्रबल आत्मविश्वास होगा 
  • आपका व्यक्तित्व प्रभावशाली होगा और आपकी उपस्थिति का प्रभाव लोगों पर पड़ेगा 
  • आप में बलिष्ट रोग प्रतिरोधक शक्ति होगी
  • उच्च का सूर्य हो तो आप उपरोक्त गुणों से युक्त तो होंगे लेकिन हृदय संबंधी रोग होने की सम्भावना होगी जिसके लिए आपको सूर्य को नियमित रूप से अर्घ्य देना चाहिए १
 अशुभ सूर्य हो तो लक्षण :-
  • जातक को मान-सम्मान नहीं मिलेगा चाहे वह कितना ही अच्छा इंसान हो 
  • सरकारी  नौकरी मिलने में कठिनाई होती है अगर मिलती भी है तो चतुर्थ श्रेणी की नौकरी मिलती है 
  • जातक को पिता का  सहयोग नहीं मिलता  या पिता का साया बचपन में ही सिर  से उठ जाता है १ 
  • कई बार भरी सभा में जातक का अपमान हो जाता है 
  • जातक में आरोग्य बल (immune system) बहुत कमजोर  होता है अर्थात जातक को कोई रोग बहुत जल्दी पकड़ लेता है लेकिन ठीक देर से होता है 
  • हड्डियाँ  कमजोर हटी हैं 
  • जातक में हीन भावना होती है या कभी -कभी झूठा अभिमान होता है अर्थात जातक जो होता है उससे कहीं बढ़कर अपने को दिखाता है 
उपाय :-
  • गुड  पानी में घोलकर सूर्य को अर्घ्य दें 
  • ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पियें 
  • आदित्य हृदय स्तोत्र का रविवार को पाठ करें 
  • बिल्व के पेड़ की जड़ रविवार को दाहिने बाजू में बांधें 
  • अगर गाँव देहात में रहते हैं तो भूरी भैंस पालें 
  • बालू रेत पर दिन में एक बार लेटें 
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Friday, 12 July 2013

ग्रह ख़राब हो तो उपाय किसका किया जाना चाहिए

       यह एक ऐसा प्रश्न है जिस पर विचार करना बहुत आवश्यक है लेकिन कोई इस पर विचार नहीं करता १ मंगल ख़राब है मूंगा पहन लो,  हनुमान चालीसा पढ़ लो १ शनि ख़राब है लोहे का छल्ला पहन लो, तेल दान करो, उड़द दान करो १ सच जानिए तो इनसे कुछ नहीं होता १ सच्चा या सही जानकार ज्योतिषी वही है शास्त्रानुसार  चले १ किसी जातक को कौन सा ग्रह पीड़ा दे रहा है सिर्फ ये जानना ही काफी नहीं है बल्कि ये भी जानें कि वह ग्रह पीड़ा क्यों दे रहा है १ उपाय  उस क्यों का होता है, उस ग्रह का नहीं १ कहने का तात्पर्य यह है कि ग्रह के अशुभ प्रभाव कई कारणों से होते हैं यथा शत्रु ग्रह के साथ से, दृष्टि से, शत्रु ग्रह की राशी में बैठने से या विपरीत स्वाभाव के भाव में होने से १ 
        मान  लो कोई ग्रह शत्रु ग्रह के साथ बैठने से खराब हो रहा है तो जो ग्रह उस स्थान पर उच्च का हो, शुभ हो या जिसकी उस भाव की राशी से मित्रता हो उस ग्रह को बली करना चाहिए अर्थात उस ग्रह के मंत्र जप, रत्न,पूजा करनी चाहिए और जो ग्रह उस भाव के राशीश का शत्रु है या अनुकूल नहीं है तो उसका दान देना चाहिए  १ 
       विपरीत आचरण से बचें १ तेल, लोहा दान दे रहें हैं , तामसिक भोजन खा रहें हैं , काले वस्त्र पहन रहें हैं तो आपके  उपाय क्या लाभ दे सकते हैं १ एक योग्य  डॉक्टर होना और सही दवाई देना कोई अर्थ नहीं रखता अगर मरीज परहेज ना करे १ यही बात ज्योतिष में भी लागू  होती है १ सुबह  शनि के लिए मंत्र जप कर रहे हो रात को मांस मदिरा का सेवन कर रहे हो १ राहु कष्ट दे रहा है सिगरेट पे सिगरेट पी रहे हो १ कुछ लाभ नहीं होगा चाहे कितना ही उपाय करो १ 
       ग्रह  हमेशा भ्रमण करते हैं अतः कोई भी ग्रह हमेशा उच्च या नीच नहीं होता १ गोचरवश ग्रह शुभ या अशुभ भी  हो जाता है १ कभी लगेगा सब कुछ बहुत अच्छा है कभी  अनेक कठिनाइयाँ आ खड़ी होती हैं तो क्या करना चाहिए ?  आजकल लाल किताब के टोटके बहुत प्रसिद्ध हैं १ लाल किताब को समझने वाला तो शायद ही कोई हो पर इसके विशेषज्ञ गली-गली बैठे हैं १ लाल किताब वाले कहते हैं कि शनि खराब है तो शनि की चीजों को पानी में बहा दो यानि शनि को मार दो १ वैदिक ज्योतिषी शनि की वस्तुओं का दान कराते हैं अर्थात शनि की अशुभ बल को कम कराते हैं उसको मारते नहीं हैं १ उपाय ग्रह की खराबी के कारण का होना चाहिए जो ग्रह ख़राब हो रहा है उसको हटाना नहीं है १ 
            कौन सा ग्रह  किस कारण से ख़राब हो रहा है ये जन्म कुंडली देखकर ही बताया जा सकता है १ कभी भी कोई उपाय किसी पत्रिका में पढ़कर या  टी वी में देखकर नहीं करना चाहिए १ इन्हें अपनाना वैसे ही होगा जैसे नीम हकीम खतरा जान १
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Thursday, 11 July 2013

शनि की दशान्तर्दशा, ढैय्या व साढ़ेसाती

अगर कुंडली में शनि की स्थिति ख़राब है, शनि दुस्थानों का स्वामी है या दुस्थानों में बैठा है तो ऐसा शनि अपनी दशान्तर्दशा में अशुभ फल देगा १ लेकिन अगर शनि स्वराशी, उच्च राशी या अपनी मूल त्रिकोण राशी में हो तो अपनी दशान्तर्दशा में कुछ परेशानियों के बाद उत्तम फल देता हैं बशर्ते की जातक नैतिकता और न्याय के पथ पर चले, मांस मदिरा का सेवन  न करे १

व्यक्ति की जन्म राशी से चौथी, आठवीं राशी पर शनि का गोचर हो तो उसे शनि की ढैय्या या पनौती कहते हैं और यह साढ़े साती जैसे ही फल देती है १

उपाय 
  • शनिवार  को बांये  हाथ में काले रंग का धागा बांधें 
  • बांये  हाथ की मध्यमा ऊँगली में तांबे का बिना जोड़ का छल्ला पहनें 
  • चांदी की गिलास में पानी पियें 
  • उड़द, राजमा का सेवन न करके  इनका दान करें 
  • ॐ नमः शिवाय  का जप करें 
  • लाल मुंह के बाँदर को गुड चना खिलाएं 
  • साढ़े साती के दौरान तिल के लड्डू खाएं व बांटे 
  • शनि स्नायु तंत्र को कमजोर करता है अगर आप नशा करते हैं तो अतः नशा करना छोड़ दें 
  • दस साल से पुराना वस्त्र न पहनें 
  • घर में जंग लगा लोहा न हो 
  • शनि के कारण व्यवसाय में परेशानी हो तो बूंदी कव्वों को खिलाएं 
उपरोक्त उपायों के साथ-साथ अपने attitude and behavior में परिवर्तन करके व्यक्ति शनि भगवान की अपार कृपा पा सकता है १

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें : jyotishsanjeevani@gmail.com


Wednesday, 10 July 2013

शनि की शांति हेतु कुछ सरल उपाय

       सूर्य पुत्र  शनि के प्रत्यधिदेवता भगवान श्रीकृष्ण हैं, शनि  माँ भगवती के प्रिय हैं, महादेव जी के उपासक हैं तथा श्रीगणेशजी, हनुमान जी और भैरव जी से इनकी मित्रता है १ अतः जो लोग उपरोक्त सभी देवताओं की पूजा करते हैं उन्हें शनि का अनिष्ट फल नहीं मिलता १ इसके अतिरिक्त कुछ अन्य साधारण से उपाय करके भी शनि भगवान् को प्रसन्न किया जा सकता है :-
  • नियमित रूप से स्नान , साफ-स्वच्छ वस्त्र  पहनना, बाल , नाख़ून, हजामत आदि का ध्यान रखना , घर को साफ-सुथरा रखने से भी शनि महाराज प्रसन्न होते हैं 
  • एक बार पहना हुआ कपड़ा दुबारा बिना धोये न पहनें 
  • नाभि में सरसों का तेल लगायें 
  • घर के नौकरों, गरीबों का मन न दुखाएं, उनका दुःख दर्द बांटें 
  • बड़ या पीपल के पेड़ को दूध से सींचें और गीली मिट्टी का तिलक लगायें 
  • कभी घमंड न करें १ 
  • सुबह-सुबह घर के मुख्य दरवाजे को थोड़ी देर  खोलकर रखें ताकि   शुद्ध हवा का संचार हो सके 
  • काला नमक, कालीमिर्च, अदरक, काले उड़द , काली मसूर, सरसों का तेल, काला चना आदि चीजें अपने खाने में शामिल करें 
  • भीगे हुए बादामों का सेवन करें १ कभी-कभी बादाम, काले तिल, सरसों से तेल का दान करें 
  • महीने में एक या दो बार भैरव जी को दीपदान करें और दूध चढ़ाएं 
  • प्याऊ लगवाएं, जल का दान करना भी शुभ होता है 
  • न्यायसंगत बात कहें, विद्वानों तथा सज्जनों का आदर करें , माता -पिता की सेवा करें , नारी के माँ, बहन, पुत्री व पत्नी रूप की इज्जत करें 
       उपरोक्त साधारण से उपाय हैं जिन्हे हम अपने जीवन में उतार कर शनि भगवान् की कृपा पा सकते हैं तथा सुखी व शांत जीवन जी सकते हैं १ 
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Tuesday, 9 July 2013

शनि की साढ़ेसाती का विचार

जन्म राशी से गोचर में शनि पहले, दुसरे तथा बारहवें भाव में आता है तो जातक को साढ़े साती लगती है १ शनि ढाई साल एक राशी में रहता है अतः तीनों भाव मिलाकर साढ़े सात साल होते हैं १ हर जातक   के जीवन में साढ़े साती तीन बार आती है १ शनि की साढ़ेसाती मानसिक, शारीरिक, आर्थिक दृष्टि से कष्टकारी होती है १ 
      अनुभव में पाया गया है कि पूरी साढ़े साती पीड़ादायक नहीं होती बल्कि साढ़े साती तो कई जातकों को अत्यधिक शुभ फलदायी होती है १  शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चक्र अधिक परेशानी देता है , दूसरा चक्र मेहनत, काम में रुकावटें देता है लेकिन साथ ही भोतिक सुख, उन्नति भी देता है १ तीसरा चक्र अनेक कठोर फल देता है १ इस अवधि में शनि का मार्कत्व  बढ़ जाता है १ न्याय के पथ पर चलने वाले ही इस अवधि को सहजता से पार कर पाते हैं १ 

शनि की साढ़ेसाती में किये जाने वाले उपाय 
  • महामृत्युंजय मंत्र के सवा लाख जप करें 
  • शनिवार को काले घोड़े की नाल का या नाव की कील  का छल्ला मध्यमा में पहनें 
  • शनिवार मंगलवार को हनुमान चालीसा या सुंदरकांड  का पाठ करें 
  • मजदूर वर्ग का दिल न दुखाएं , जरुरत पड़ने पर हर संभव मदद करें
  • मांस मदिरा से दूर रहें 
  • पीपल के वृक्ष लगायें तथा जल से सींचे 
  • उड़द की दाल, लोहा, काले वस्त्र , नीलम, तिल , कुल्थी की दाल का दान करें 
  • बिच्छू घास की जड़ काटे धागे में बांध कर गले में धारण करें 
शनि न्यायधीश है १  शनि की साढ़ेसाती कष्टों से तपाकर इंसान को खरा सोना बना देती है क्योंकि कष्ट ही इंसान को भगवान् की शरण में ले जाते हैं १ इस भ्रामक संसार की असलियत सामने आती है १ जब कष्ट आते हैं तो कोई साथ नहीं देता अतः इस मिथ्या संसार से मोह भंग  हो जाता है और हम ईश्वर की ओर कदम बढ़ाते हैं जो इस  मानव जन्म  का उद्देश्य भी है १ 

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Sunday, 7 July 2013

मंगल दोष और उसका परिहार



          मंगल ग्रह  कुंडली के दूसरे , चौथे, सातवें, आठवें, और बारहवें भाव में स्थित हो तो जातक की कुण्डली में मंगल दोष होता है १ दूसरा , चौथा , सातवां , आठवां , और बारहवां  भाव क्रमशः परिवार, सुख, पति/पत्नी, आयु और शयन सुख का होता है १ इन भावों में स्थित मंगल उपरोक्त सुखों में कमी दर्शाता है अर्थात वैवाहिक संबंधों में बुरा प्रभाव डालता है १ मंगल दोष को लगन, चन्द्र और शुक्र ग्रह तीनों से देखना चाहिए १ ये मंगल दोष लगभग 7 5 % कुंडलियों में होता है तो ये सभी मांगलिक नहीं होते १ हमारे शास्त्रों ने कुछ ऐसे योग भी बताये हैं जिनके प्रभाव से मंगल दोष ख़त्म हो जाता है या उसका परिहार हो जाता है जो इस प्रकार हैं :-
  • जातक का जन्म लगन कर्क या सिंह है तो मंगल किसी भी भाव में स्थित हो मंगल दोष नहीं होता 
  • मंगल दूसरे भाव में मिथुन या कन्या राशी में हो 
  • मंगल चौथे भाव में मेष या वृश्चिक राशी में हो 
  • मंगल सप्तम भाव में कर्क या मकर में हो 
  • मंगल अष्टम भाव में धनु या मीन में हो 
  • मंगल बारहवें भाव में वृष या तुला राशी में हो 
  • मंगल कुम्भ या सिंह राशी में हो  
  •    मंगल जिस राशी में हो उसका स्वामी केंद्र या त्रिकोण में हो 
  • मंगल राहु के साथ हो 
  • मंगल मित्र राशी में हो 
  • मंगल सूर्य या गुरु के साथ हो या दृष्ट हो                                                                                             
        उपरोक्त योगों में से कोई भी योग अगर कुंडली में है तो जातक मांगलिक नहीं है और उसका विवाह गैर-मांगलिक कन्या से भी हो सकता है १

 
  विवाह सम्बन्धी किसी भी  समस्या के लिए निशुल्क परामर्श हेतु संपर्क करें : jyotishsanjeevani@gmail.com                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                      

Saturday, 6 July 2013

वास्तु से सम्बंधित कुछ फलदायी टोटके

 धन-ऐश्वर्य में वृद्धि हेतु टोटके 
  • लाल रंग का रिबन अगर मुख्य दरवाजे पर लटकाया जाये तो घर में धन का आगम होता है और वैभव व ऐश्वर्य की वृद्धि होती है 
  • नव-निर्मित घर में गृह प्रवेश करने से पहले मघा नक्षत्र में एक मिठाई का टुकड़ा घर की दहलीज पर रखें, उसे चींटियाँ खा लेंगी १ इस प्रयोग से गृहस्वामी समृद्ध, धनी  और  सुखी रहेगा १ 
  • अगर आपकी फैक्ट्री , संस्थान  या व्यासायिक स्थल दक्षिण मुखी हो तो प्रवेश द्वार के एक ओर संगमरमर का एक चबूतरा बनवाकर उस पर गाय का गोबर रखें १ व्यापार खूब फले-फूलेगा १
  • अपनी दुकान,फैक्ट्री , संस्थान  या व्यासायिक स्थल में अपने कुलदेवता स्थापना अवश्य करवाएं १ प्रतिदिन दुकान खोलते ही अपने कुलदेवता को श्रधा से नमन करें , धूप  दीप आदि दिखाएँ , आत्मा शुद्ध सात्विक हो तो व्यापार में वृद्धि होगी 
  • सबसे वशीकरण मंत्र है हमारा व्यवहार १ व्यवहार से लक्ष्मी बढती है, यश कीर्ति मिलती है १ धनी व संपन्न वर्ग से हर किसी को आशा होती है अतः सभी से मृदुल एवं स्नेहिल व्यवहार रखें, किसी को दुत्कारें नहीं १ ईश्वर का साथ हमेशा मिलेगा १ 
  • अपनी कमाई का कुछ हिस्सा धर्माथ कार्यों में, प्राणी मात्र के कल्याण के लिए अवश्य खर्च करें इससे व्यापार में वृद्धि, आत्मसुख व यश कीर्ति मिलेगी 
  • नए मकान  या फैक्ट्री का निर्माण आरंभ करने से पूर्व भूमि पूजन शुभ मुहूर्त में जरुर करवाना चाहिए १ चाँदी का सर्प बनवाकर नींव में जरुर रखना चाहिए मकान में दरार नहीं पड़ती तथा प्रकृति के प्रकोप से भी घर का बचाव होगा 
  • मुख्य द्वार पर तुलसी लगायें 
 नजर उतारने का टोटका 

  • शनिवार के दिन अपने घर, दुकान या सस्थान के बाहरी गेट पर निम्बू व सात हरी मिर्च इस तरह से लटकाएं जहाँ सबकी नजर पड़े 
  • मुख्य द्वार पर  काले घोड़े की नाल लगायें,   नजर भी नहीं लगेगी साथ ही गृह स्वामी को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी 
  • घर के बाहर कुमकुम से रंगोली या पगलिये (पैर) बनाने से भी घर बुरी नजर, बुरी आत्माओं से बचा  रहेगा
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Friday, 5 July 2013

दक्षिण दिशा में निर्मित मकान में वास्तु दोष और निवारण

दक्षिण दिशा का प्रतिनिधि ग्रह मंगल है और स्वामी यम है १  दक्षिणीमुखी घर के शुभाशुभ परिणाम होंगे :-
  • दक्षिणी दिशा में निर्मित घर के शुभाशुभ परिणामों का प्रभाव घर की महिलाओं पर बहुत ज्यादा पड़ता है 
  •  मकान की दक्षिणी दिशा में स्टडी रूम हो तो पढाई में रूकावट जरुर आयेगी 
  • दक्षिणी दिशा में पूजा स्थल हो तो पूजा केवल दिखावे के लिए होगी उसमें भक्ति एवं  श्रधा बिलकुल नहीं होगी 
  •  दक्षिणीमुखी घर के दरवाजे के सामने कोई दीवार या घर है तो ये शुभ है, लेकिन घर के सामने कोई गड्ढा, खुला मैदान है तो ये गृहस्वामी के भाइ भारी कष्टों का शिकार होंगे 
  • घर की दक्षिणी दिशा घर के मालिक के लिए है १ यदि यहाँ पर कूड़ा, पुराना कबाड़ है तो वह बीमार रहेंगे तो सुख शांति कभी भी नहीं भोग पाएंगे 
  • मकान के दक्षिणी भाग की चारदीवारी मकान के उत्तरी भाग से ज्यादा ऊंची न हो, अनहोनी अनिष्टकारी घटनाएँ होंगी 
  • दक्षिणी मकान के मेन गेट अगर आग्नेय (South East) कोण में हो तो चोरभय, अग्निभय क़ानूनी विवादों में फंसने की सम्भावना रहती है 
  •  दक्षिणी मकान के मेन गेट अगर नैर्त्य  (South West ) कोण में हो तोगृहस्वामी लम्बी बीमारी, शत्रु से त्रषित रहेगा 
  • दक्षिणी भाग में कम से कम खाली स्थान रखें, उत्तर में खाली स्थान ज्यादा रखें अन्यथा घर की महिलाएं आपसी झगडे में पड़ी रहेंगी 
 उपाय 
  • घर का दक्षिणी भाग ऊंचा रखें 
  • दक्षिणी मकान का  मेन गेट दक्षिण में ही रखें (कम्पास से देखें ) 
  • उत्तरी दिशा में जल का पात्र  रखें 
  • वर्षा के पानी का निकास पूर्वी या उत्तरी दिशा से हो ऐसी व्यवस्था करें 
  • ऐसे गणपति का चित्र  मुख्य दरवाजे के अन्दर-बाहर दोनों तरफ  लगायें जिसकी सूंड दाईं ओर  हो 
  • भैरव तथा हनुमान जी की आराधना करें

Wednesday, 3 July 2013

उत्तर दिशा में निर्मित मकान में शुभाशुभ वास्तु दोष व निवारण

उत्तर दिशा का करक ग्रह बुध है १ कुबेर इस दिशा का स्वामी है १ उत्तर दिशा में निर्मित मकान में शुभाशुभ वास्तु दोष महिलाओं और धन-सम्पति को प्रभावित करते हैं तथा अन्य कुछ शुभाशुभ वास्तु दोष हैं :-
  • घर  की उत्तर दिशा में पूजा घर, गेस्ट रूम या ऑफिस हो तो ये शुभ है लेकिन उत्तर दिशा में कोई टूटी दीवार हो तो घर के पुरुष किसी महिला के कारण परेशान रहेगा 
  • यदि उत्तर दिशा में रसोई हो तो कलह रहेगी घर में 
  • यदि उत्तर दिशा में रसोई के साथ बाथरूम है तो भाइयों में तो प्यार रहेगा लेकिन घर की महिलाओं में आपस में नहीं बनेगी 
  • उत्तरी दिशा ऊंची है तो धन सम्पति के लिए शुभ नहीं है तथा महिलाएं भी बीमार रहेंगी 
  • यदि उत्तर दिशा में पुरानी  वस्तुओं का ढेर है, कूड़ा कचरा आदि का ढेर हो तो ये स्थिति भी घर की सुख-समृधि के लिए घातक है 
  • उत्तर मुखी मकान में मेन गेट उत्तरी-पश्चिमी दिशा में हो तो अग्नि भय होता है 
  • यदि घर किराये पर देना पड़े तो उसे ऊपरी भाग में रहना चाहिए और निचला भाग किराये पर देना चाहिए 
  • उत्तर दिशा वाले मकान में वास्तु दोष हो तो गृहस्वामी का चौथ घर अवश्य ही ख़राब होता है और उसे माँ व नौकरों का सुख भी कम मिलता है १ 
  • उत्तरी दिशा के मकान में यदि वर्षा का जल उत्तरी भाग दरवाजे के साथ-साथ बहता है तो घर में सुख-शांति व प्रसन्नता रहेगी 
  • घर की चारदीवारी के उत्तर में खुली जगह छोड़ी जाये तो यह सभी प्रकार की प्रसन्नता देगी 
अगर  कोई वास्तु दोष हो तो निम्न उपाय करें :-

  • उत्तर दिशा में बुध यन्त्र स्थापित करें 
  • मुख्य द्वार पर विंड चाइम लगाये 
  • चार की दीवारों में हरे रंग की सजावट करें
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Monday, 1 July 2013

पश्चिम दिशा में निर्मित मकान में वास्तु दोष और निवारण

पश्चिम दिशा का स्वामी वरुण है और देवता शनि है १ यदि घर का मुख्य दरवाजा (गेट) पश्चिम में खुलता है और कोई वास्तु दोष है तो गृहस्वामी आय अच्छी नहीं होगी १ इसके अतिरिक्त उन्हें प्रजनन अंगों से सबंधित रोग होने की संभावना हो सकती है १ इसी तरह से कुछ अन्य योग भी हैं :-
  • पश्चिम दिशा वाले मकान में बाथरूम पश्चिम में हो या मास्टर बेडरूम पश्चिम में हो तो पति/पत्नी इकट्ठे नहीं रह पाएंगे चाहे वजह कोई भी हो
  • पश्चिम दिशा में रसोई हो तो गृहस्वामी अपार धन  कमाएगा लेकिन बरकत नहीं होगी
  • यदि घर की पश्चिम दिशा में अग्नि कारक वस्तुएं स्थापित हों साथ ही घर का दरवाजा छोटा हो तो घर पर केतु का प्रभाव होगा और गृहस्वामी की सुख समृधि  में बाधा आएगी
  • पश्चिम दिशा में पूजा स्थान हो तो मालिक ज्योतिष,तंत्र-मंत्र का जानकार होगा
  • यदि पश्चिम में गोदाम, टॉयलेट होगा तो अचानक धन लाभ हो सकता है
  • पश्चिम दिशा वाले मकान में पश्चिम दिशा वाला भाग अगर घर के  बाकी भाग से नीचा हो तो गृहस्वामी के मान-सम्मान पर बुरा असर पड़ेगा तथा मेल संतान की हानि हो सकती है
  • पश्चिम दिशा वाले मकान में मुख्य गेट नैरत्य (north-west) दिशा में हो तो घर का मालिक गंभीर बीमारियों से ग्रसित रहेगा साथ ही कोर्ट केस, झगडे आर्थिक  परेशानी होगी
  • वर्षा  के जल का निकास पश्चिम में हो तो घर का मालिक लम्बी बीमारी का शिकार होगा
  • घर में अँधेरा हो,  गहरे रंग के परदे हों, दीवारों पर गहरे रंग का पेंट हो तो घर का मालिक शनि ग्रह से प्रभावित होगा और उसे  सेवकों से , अपने अधीनस्थ लोगों से परेशानी होगी
उपाय:

जो उपरोक्त स्थितियां बताई गई हैं उन्हें  दूर करने की कोशिश करें साथ ही निम्न उपाय करें :
  • पश्चिम दिशा में वरुण यन्त्र स्थापित करें
  • शनि के दान करें
  • पश्चिमी दिशा में छत पर पीले रंग का ध्वज लगायें १
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