हमारी कुंडली में सूर्य शुभ है या अशुभ ये जानना बहुत आसान है १ कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिनसे हर कोई जान सकता है कि जन्म कुंडली में या गोचर में उसका सूर्य अच्छा है या बुरा या फिर न अच्छा न बुरा १ जैसे :-
शुभ सूर्य हो तो लक्षण
- अगर आपका सूर्य शुभ अवस्था में है तो आपके आस-पास में आपका नाम होगा , लोग आपको जानेगें १ आपको मान-सम्मान मिलेगा
- आप सरकार में उच्चाधिकारी होंगे
- आप स्वाभिमानी होंगें तथा आप में प्रबल आत्मविश्वास होगा
- आपका व्यक्तित्व प्रभावशाली होगा और आपकी उपस्थिति का प्रभाव लोगों पर पड़ेगा
- आप में बलिष्ट रोग प्रतिरोधक शक्ति होगी
- उच्च का सूर्य हो तो आप उपरोक्त गुणों से युक्त तो होंगे लेकिन हृदय संबंधी रोग होने की सम्भावना होगी जिसके लिए आपको सूर्य को नियमित रूप से अर्घ्य देना चाहिए १
- जातक को मान-सम्मान नहीं मिलेगा चाहे वह कितना ही अच्छा इंसान हो
- सरकारी नौकरी मिलने में कठिनाई होती है अगर मिलती भी है तो चतुर्थ श्रेणी की नौकरी मिलती है
- जातक को पिता का सहयोग नहीं मिलता या पिता का साया बचपन में ही सिर से उठ जाता है १
- कई बार भरी सभा में जातक का अपमान हो जाता है
- जातक में आरोग्य बल (immune system) बहुत कमजोर होता है अर्थात जातक को कोई रोग बहुत जल्दी पकड़ लेता है लेकिन ठीक देर से होता है
- हड्डियाँ कमजोर हटी हैं
- जातक में हीन भावना होती है या कभी -कभी झूठा अभिमान होता है अर्थात जातक जो होता है उससे कहीं बढ़कर अपने को दिखाता है
- गुड पानी में घोलकर सूर्य को अर्घ्य दें
- ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पियें
- आदित्य हृदय स्तोत्र का रविवार को पाठ करें
- बिल्व के पेड़ की जड़ रविवार को दाहिने बाजू में बांधें
- अगर गाँव देहात में रहते हैं तो भूरी भैंस पालें
- बालू रेत पर दिन में एक बार लेटें
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