सूर्य पुत्र शनि के प्रत्यधिदेवता भगवान श्रीकृष्ण हैं, शनि माँ भगवती के प्रिय हैं, महादेव जी के उपासक हैं तथा श्रीगणेशजी, हनुमान जी और भैरव जी से इनकी मित्रता है १ अतः जो लोग उपरोक्त सभी देवताओं की पूजा करते हैं उन्हें शनि का अनिष्ट फल नहीं मिलता १ इसके अतिरिक्त कुछ अन्य साधारण से उपाय करके भी शनि भगवान् को प्रसन्न किया जा सकता है :-
- नियमित रूप से स्नान , साफ-स्वच्छ वस्त्र पहनना, बाल , नाख़ून, हजामत आदि का ध्यान रखना , घर को साफ-सुथरा रखने से भी शनि महाराज प्रसन्न होते हैं
- एक बार पहना हुआ कपड़ा दुबारा बिना धोये न पहनें
- नाभि में सरसों का तेल लगायें
- घर के नौकरों, गरीबों का मन न दुखाएं, उनका दुःख दर्द बांटें
- बड़ या पीपल के पेड़ को दूध से सींचें और गीली मिट्टी का तिलक लगायें
- कभी घमंड न करें १
- सुबह-सुबह घर के मुख्य दरवाजे को थोड़ी देर खोलकर रखें ताकि शुद्ध हवा का संचार हो सके
- काला नमक, कालीमिर्च, अदरक, काले उड़द , काली मसूर, सरसों का तेल, काला चना आदि चीजें अपने खाने में शामिल करें
- भीगे हुए बादामों का सेवन करें १ कभी-कभी बादाम, काले तिल, सरसों से तेल का दान करें
- महीने में एक या दो बार भैरव जी को दीपदान करें और दूध चढ़ाएं
- प्याऊ लगवाएं, जल का दान करना भी शुभ होता है
- न्यायसंगत बात कहें, विद्वानों तथा सज्जनों का आदर करें , माता -पिता की सेवा करें , नारी के माँ, बहन, पुत्री व पत्नी रूप की इज्जत करें
किसी भी प्रकार की बाधा निवारण के लिए संपर्क करें : jyotishsanjeevani@gmail.com
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