Monday, 1 July 2013

पश्चिम दिशा में निर्मित मकान में वास्तु दोष और निवारण

पश्चिम दिशा का स्वामी वरुण है और देवता शनि है १ यदि घर का मुख्य दरवाजा (गेट) पश्चिम में खुलता है और कोई वास्तु दोष है तो गृहस्वामी आय अच्छी नहीं होगी १ इसके अतिरिक्त उन्हें प्रजनन अंगों से सबंधित रोग होने की संभावना हो सकती है १ इसी तरह से कुछ अन्य योग भी हैं :-
  • पश्चिम दिशा वाले मकान में बाथरूम पश्चिम में हो या मास्टर बेडरूम पश्चिम में हो तो पति/पत्नी इकट्ठे नहीं रह पाएंगे चाहे वजह कोई भी हो
  • पश्चिम दिशा में रसोई हो तो गृहस्वामी अपार धन  कमाएगा लेकिन बरकत नहीं होगी
  • यदि घर की पश्चिम दिशा में अग्नि कारक वस्तुएं स्थापित हों साथ ही घर का दरवाजा छोटा हो तो घर पर केतु का प्रभाव होगा और गृहस्वामी की सुख समृधि  में बाधा आएगी
  • पश्चिम दिशा में पूजा स्थान हो तो मालिक ज्योतिष,तंत्र-मंत्र का जानकार होगा
  • यदि पश्चिम में गोदाम, टॉयलेट होगा तो अचानक धन लाभ हो सकता है
  • पश्चिम दिशा वाले मकान में पश्चिम दिशा वाला भाग अगर घर के  बाकी भाग से नीचा हो तो गृहस्वामी के मान-सम्मान पर बुरा असर पड़ेगा तथा मेल संतान की हानि हो सकती है
  • पश्चिम दिशा वाले मकान में मुख्य गेट नैरत्य (north-west) दिशा में हो तो घर का मालिक गंभीर बीमारियों से ग्रसित रहेगा साथ ही कोर्ट केस, झगडे आर्थिक  परेशानी होगी
  • वर्षा  के जल का निकास पश्चिम में हो तो घर का मालिक लम्बी बीमारी का शिकार होगा
  • घर में अँधेरा हो,  गहरे रंग के परदे हों, दीवारों पर गहरे रंग का पेंट हो तो घर का मालिक शनि ग्रह से प्रभावित होगा और उसे  सेवकों से , अपने अधीनस्थ लोगों से परेशानी होगी
उपाय:

जो उपरोक्त स्थितियां बताई गई हैं उन्हें  दूर करने की कोशिश करें साथ ही निम्न उपाय करें :
  • पश्चिम दिशा में वरुण यन्त्र स्थापित करें
  • शनि के दान करें
  • पश्चिमी दिशा में छत पर पीले रंग का ध्वज लगायें १
For more details and any Vastu related question you may contact at : jyotishsanjeevani@gmail.com

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