Tuesday, 23 July 2013

शुभाशुभ गुरु के लक्षण और उपाय


         गुरु नैसर्गिक शुभ गृह है १ लेकिन कभी-कभी अशुभ भावेश होने से, पाप भावेश होने से गुरु अपनी शुभ फल नहीं दे पाता १ अगर गुरु राहू केतु अक्ष में हो तो भी गुरु के शुभ फल नहीं मिलते १ कुछ लक्ष्णों से हम जान सकते हैं की हमारी कुंडली में गुरु ग्रह शुभ है या अशुभ १
 शुभ गुरु के लक्षण
  • जातक धार्मिक, आस्तिक और अच्छे विचारों वाला होगा
  • जातक के मन में ईश्वर, माँ-बाप , बुजुर्गों और गुरुजनों के प्रति सम्मान होगा 
  • जातक वित्तीय प्रबंधन का विशेषज्ञ होगा 
  • जातक धर्म शास्त्रों का ज्ञाता होगा साथ ही एक अच्छा उपदेशक होगा 
  •  जातक कभी भी अपने फायदे के लिए किसी का बुरा नहीं करेगा 
  • जातक घी, मिठाईयां तथा गरीष्ट भोजन खाने का शोकीन होगा
  • जातक ईमानदार और परोपकारी होगा


अशुभ गुरु के लक्षण 
  • जातक ईश्वर की आराधना श्रद्धा से नहीं करेगा १ 
  • गुरु अशुभ हो तो जातक से मन में बुजुर्गों के प्रति आदर नहीं होगा 
  • जातक धार्मिक होने का दिखावा करेगा, आडम्बर करेगा लेकिन धर्मिकता से कोसों दूर होगा 
  • जातक धर्म के नाम पर लोगों को ठगेगा
  • जातक अपने व्यवसाय से कभी संतुष्ट नहीं होगा 
  • अशुभ गुरु पीलिया तथा लीवर सम्बन्धी रोग देगा 
उपाय 
  • बुजुर्गों को चाहे आप जानें यो न जानें  झुककर प्रणाम करें, पैर छुएं
  • गुरुजनों का सम्मान करें
  • व्यर्थ के आडम्बर, दिखावे में न पड़ें,  सीधे सरल रहें 
  • प्रभु में विश्वास रखें , गाय की सेवा करें 
  • अपने आचार-विचार शुद्ध सात्विक रखें 
  • हमेशा कुछ न कुछ सीखने को उत्सुक रहें, शास्त्रों का अध्ययन करें गुरु शुभ होगा 
  • कलाई में पीला धागा बांधें , केसर या हल्दी का तिलक लगायें १ 
for more details you may contact: jyotishsanjeevani@gmail.com

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