1. लक्ष्मी जी की विष्णु भगवान के साथ शैया पर बैठे रूप की पूजा करें , अकेली लक्ष्मी जी की पूजा न करें१
2. रोहिणी नक्षत्र में लक्ष्मी जी की पूजा अवश्य करें १
3. चतुर्थी , नवमी एवं चतुर्दशी में लक्ष्मी जी की पूजा न करें तथा इस दिन किसी को धन न दें १
4 . घर में नियमित रूप से दीपक जलाएं १
5 . गृहस्वामी /गृहस्वामिनी घर में कभी-कभी झाड़ू अवश्य लगायें १
6 . आलसी , स्वार्थी , प्रसन्नता रहित घर में लक्ष्मी जी का वास नहीं रहता १
7. उत्तर पूर्व में जल का स्रोत अवश्य रखें १
8 . मां , पिता , गुरु , बुजुर्गों का आदर व सेवा अवश्य करें १
9 . कलियुग में दान का बड़ा महत्व है अतः अपनी कमाई में से दान जरुर दें १
1 0 . कुंडली में द्वितीय भाव पीड़ित हो तो धन माँ या पत्नी को सौंप दें १
उपरोक्त उपाय करने से कभी भी घर में धन की कमी नहीं रहेगी १
For more details you may go on my mail at jyotishsanjeevani@gmail.com
2. रोहिणी नक्षत्र में लक्ष्मी जी की पूजा अवश्य करें १
3. चतुर्थी , नवमी एवं चतुर्दशी में लक्ष्मी जी की पूजा न करें तथा इस दिन किसी को धन न दें १
4 . घर में नियमित रूप से दीपक जलाएं १
5 . गृहस्वामी /गृहस्वामिनी घर में कभी-कभी झाड़ू अवश्य लगायें १
6 . आलसी , स्वार्थी , प्रसन्नता रहित घर में लक्ष्मी जी का वास नहीं रहता १
7. उत्तर पूर्व में जल का स्रोत अवश्य रखें १
8 . मां , पिता , गुरु , बुजुर्गों का आदर व सेवा अवश्य करें १
9 . कलियुग में दान का बड़ा महत्व है अतः अपनी कमाई में से दान जरुर दें १
1 0 . कुंडली में द्वितीय भाव पीड़ित हो तो धन माँ या पत्नी को सौंप दें १
उपरोक्त उपाय करने से कभी भी घर में धन की कमी नहीं रहेगी १
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