Saturday, 15 June 2013

ग्रह और शिक्षा

       आज विद्या का स्वरुप बदल गया है १ अब विद्या शिक्षा के रूप में परिवार्तित हो गयी है १ आज समय की बहुत कमी है १ हर अभिभावक अपने बच्चे को ऐसी शिक्षा दिलाना चाहता है जो उसके  व्यावसायिक जीवन को उन्नत करे १ ऐसी शिक्षा जो बच्चे के career में सहायक बने १ किसी भी बच्चे की कुंडली देखकर ये बताया जा सकता है कि वह किस विषय में पढाई करे जो आगे चलकर उसके career में सहायक बने-  जैसे टेक्निकल या नॉन टेक्निकल , आर्ट्स या साइंस या फिर कॉमर्स १ इस उलझन  में एक ज्योतिषी आपकी बहुत सहायता कर सकता है १ उदहारण के लिए :-

चतुर्थ/पंचम  भाव में स्थित ग्रहों के अनुसार हम जान सकते हैं कि बच्चे की किस विषय में अधिक रूचि है १ 
  • सूर्य चन्द्र : राजनीतिशास्त्र , राजनीती 
  • सूर्य बुध शुक्र : General Science
  • सूर्य शनि राहू : Math, Phisics
  • सूर्य मंगल : IAS & other competitive exam
  • सूर्य चन्द्र शनि : कला क्षेत्र (Art side)
  • सूर्य शनि :Non-medical
  • सूर्य मंगल चन्द्र : Maths, Statistics
  • मंगल चतुर्थ भाव में :  खेलकूद 
  • चन्द्र मंगल सूर्य  : Medical Science 
       इस तरह से अनेकों ऐसे योग हैं जिनका सम्बन्ध दसम भाव  में स्थित ग्रह नक्षत्र से हो जाये तो जातक  एक विशेष (Specific) क्षेत्र (field ) में अपना Career  बना सकता है १  जैसे दशम भाव में सूर्य केतु का संबंध आये तो जातक Computer languages में expert होता है १ इसी तरह से अनेकों योग हैं जो यहाँ उल्लेख करना संभव नहीं है १ एक जातक की जन्म कुंडली का अध्ययन करके ही उचित परामर्श दिया जा सकता है क्योंकि पढाई के समय चल  रही दशान्तार्दशा का बहुत बड़ा रोल होता है शिक्षा प्राप्ति में १ दु:स्थानों के भावेशों की दशा शिक्षा में कई तरह की अडचनें दे सकती है, जातक गलत संगत  में पड़ सकता है जिन्हें उचित उपायों से कम या दूर किया जा सकता है १ 

नि:शुल्क परामर्श के लिए संपर्क करें :  jyotishsanjeevani@gmail.com



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