वास्तु शास्त्र एक गहन विषय है और इसका निवास स्थान के साथ-साथ व्यवसाय और व्यापार से भी गहरा सम्बन्ध है १ अतः दुकान, ऑफिस, फैक्ट्री या फिर शोरूम खोलना है तो वास्तुकला का अध्ययन अवश्य कर लेना चाहिए १ कभी-कभी छोटी सी गलती होने से जातक को मेहनत का फल नहीं मिलता १ निम्न का ध्यान रखने से जातक अपने व्यवसाय में अच्छा लाभ प्राप्त करता है :-
- दुकान या ऑफिस या कोई भी व्यापारिक संस्थान पूर्व दिशा में है तो यह बहुत उत्तम है १
- यदि पश्चिम दिशा में है तो व्यवसाय में कभी तेजी और कभी मंदी रहेगी
- उत्तरमुखी दुकान या ऑफिस या कोई भी व्यापारिक संस्थान से धन-धान्य की वृद्धि होती है १ मान सम्मान बढ़ता है
- दक्षिण दिशा में दुकान या ऑफिस या कोई भी व्यापारिक संस्थान हो तो जातक की दशायें अगर ख़राब हों तो व्यापार में बाधाएं आती हैं १ लेकिन अगर जातक की कुंडली में राहु बलिष्ट या शुभ हो तो दक्षिण दिशा में दुकान या ऑफिस या कोई भी व्यापारिक संस्थान अत्यंत लाभ देता है
- अगर आपकी दुकान या ऑफिस या व्यापारिक संस्थान में वास्तु दोष हो अर्थात दुकान की दीवारें तिरछी हों, एक छोटी और एक बड़ी दीवार हो तो मालिक को अशांति बनी रहेगी, व्यापार नहीं चलेगा १ इसके लिए वास्तुविज्ञ से परामर्श करके विधि पूर्वक श्रीयंत्र की स्थापना करा लेनी चाहिए १
- दुकान या ऑफिस के प्रवेश द्वार पर कोई अवरोध नहीं होना चाहिए, यदि है तो समतल होना चाहिए १ ढलान वाला अवरोध है तो लक्ष्मी स्थिर नहीं रहेगी १
- दुकान या ऑफिस या किसी भी व्यापारिक संस्थान का मुहूर्त स्थिर लगन में करना चाहिए १ ज्योतिषाचार्य से चन्द्र और नक्षत्र आदि का विचार करके मुहूर्त निकलवाना चाहिए १
- शुभ मुहूर्त में सबसे पहले अपने कुलदेवता, स्थान देवता, इष्ट देवता का ध्यान करते हुए विघ्न नाशक भगवन गणपति की स्थापना करनी चाहिए १
- गौमुखी दुकान धन और लाभ की दृष्टि से उत्तम होती है
- किसी बीम के नीचे ऑफिस या दुकान नहीं होनी चाहिए, यह जातक के लिए प्रतिकूल परिस्थिति पैदा करेगा और चलते कम में रूकावट देगा, अगर संभव नहीं है तो बीम के दोनों ओर हरे रंग के गणपति लगायें १
उपरोक्त के अतिरिक्त अनेकों दोष और उनका निवारण है जो यहाँ लिखना संभव नहीं है १ अधिक निशुल्क जानकारी के लिए आप मेरे ई -मेल एड्रेस पर कांटेक्ट कर सकते हैं :- jyotishsanjeevani@gmail.com
No comments:
Post a Comment