Saturday, 22 June 2013

केदारनाथ धाम पर लोगों की सामुहिक मृत्यु क्यों हुई ?

        
          केदारनाथ धाम पर लोगों की सामुहिक मृत्यु कुदरत का कहर है १  जिन के परिजन /सम्बन्धी  इस त्रासदी के शिकार हुए हैं उनके लिए मैं अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूँ १ प्रकृति से खिलवाड़ करना हमेशा मानवता पर भारी पड़ा है और  इस बार भी ऐसा ही हुआ है १ हम सभी का यह प्रयास रहना चाहिए कि  हम प्रकृति के, कुदरत के विपरीत न चलें १ हमारे पर्यारणविदों का कर्तव्य है कि वे लोगों को इस विषय में जागरूक करें १

            ज्योतिषीय दृष्टि से  इस तरह की त्रासदी हम देखें तो समूह का कारक ग्रह  है शनि है और धर्म का कारक ग्रह  गुरु है १ जिनकी जन्म कुंडली में गुरु शनि किसी भी तरह (दृष्टि /युति /स्थिति ) से सम्बन्ध बनाये तो उन्हें समूह में किसी धर्म स्थान पर नहीं जाना चाहिए १ अतः तीरथ स्थान पर जाने से पहले अपनी जन्म कुंडली में गुरु शनि की स्थिति अवश्य दिखवा लें १ अगर कुंडली में गुरु शनि (दृष्टि /युति /स्थिति ) से सम्बन्ध बन रहा हो, दशा अन्तर्दशा भी गुरु शनि की चल रही हो और ये मारक (२/७ भाव) /बाधक  भावों से संबध बनाये तथा गोचर के गुरु शनी भी मारक/बाधक भावों को ले लें तो जातक की किसी धर्म स्थान में समूह में मृत्य होती है १

          अगर उपरोक्त योग किसी की कुंडली में बन रहें हों तो धार्मिक स्थानों पर समूह में जाने से बचना चाहिए तथा उपयुक्त परिहार भी करा लेना चाहिए १

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