Monday, 30 December 2013

क्यों नहीं रुकता धन ? कैसे बनें धनवान

          हर मेहनत करने वाला व्यक्ति धनी नहीं होता क्यों ? मैं  कुछ ज्योतिषीय कारण और उपाय  बता रही  हूँ  जिनका पालन करके आप धन की बचत करके धनी बन सकते हैं :-

  • बली मंगल, बुध और शनि अच्छा धन देने कि क्षमता रखते हैं१ शनि मजबूत हो और बुध का  साथ हो तो  व्यक्ति अपनी मेहनत और बुद्धि से धनार्जन करते हैं 
  • धन कमाने के लिए नवम और एकादश भाव बहुत महत्वपूर्ण है तथा धन संचय के लिए दूसरा भाव शुभ होना चाहिए १ इन भावों में शुभ ग्रह जैसे गुरु, बुध, शुक्र और बुध हो तो जातक धनि होता है १ 
  • सूर्य बलिष्ट होकर दशम भाव से सम्बन्ध बनाये तो जातक सरकारी नौकरी से कमाता है, मंगल का संबंध बने तो मेडिकल, अस्त्र-शास्त्र, प्रॉपर्टी आदि से, बुध हो तो लेखन कार्य, एकाउंट्स, कॉमर्स, गुरु हो तो वकालत, जज, सलाहकार, प्रोफेसर,शिक्षण, शुक्र हो तो कला, शनि हो तो कंस्ट्रक्शन लोहे, मशीनरी आदि के कार्य  से धन कमाता है १ राहु-केतु धनार्जन में रूकावट डालते हैं 
  • अगर उपरोक्त ग्रह कमजोर हो तो व्यक्ति कर्ज में डूबा  है, धन हानि बहुत होती है, धन जुड़ नहीं सकता और व्यक्ति हमेशा धन के लिए चिंतित रहता है क्योंकि आज के समय में धन की कितनी महत्ता है ये सभी जानते हैं १ 
उपाय :-
किसी भी हालत में पितृ दोष का उपाय करें, अपने पूर्वजों को  याद करें, बुजुर्गों का अपमान जिसघर में होता है उस घर में धन नहीं टिकता अतः अपने गुरजनों का सम्मान करें, सरकारी तंत्र में काम करे हों तो गायत्री मन्त्र का जप करें ताम्बे का छल्ला अनामिका में पहनें, बादाम दान करें, तुलसी घर में अवश्य लगाएं, सूर्य को जल दें, अपनी नेक कमाई से कुछ हिस्सा परोपकार में लगाएं, माता-पिता  तथा गाय कि सेवा करें १ धन संचय होगा तथा कमाई में बरकत होगी १ 
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Friday, 27 December 2013

कुंडली से कैसे जानें स्वभाव

       हर इंसान अपने आप में अलग होता है १ उसकी शक्ल, स्वभाव, सोच एक  दूसरे से भिन्न होती है १ लेकिन किसी के मन में क्या चल रहा है या उसकी सोच नकारात्मक है या सकारात्मक,  ये जातक कि कुंडली देखकर बताया जा सकता है :-

  •  जिस जातक कि कुंडली में चंदरमा पर मंगल  प्रभाव हो तो जातक को बहुत जल्दी गुस्सा आता है अतः उसे किसी बात को प्यार से समझाएं १
  • वृषभ राशि के व्यक्ति डांट या गुस्से कि बजाय प्यार से जल्दी किसी बात को मानेंगे 
  • गुरु जिनकी कुंडली में बली हो तो ऐसे जातक को किसी का उपदेश अच्छा नहीं लगता वो अपनी मन मर्जी का कम करता है और दूसरों को उपदेश देता है 
  • कन्या राशि के व्यक्ति को कोई बात समझाने के लिए लॉजिक /तर्क देना बहुत जरुरी है - क्यों, कैसे ये सब उसको जानना होता है, ये जल्दी से किसी बात को नहीं मानते 
  • सूर्य से प्रभावित व्यक्ति आक्रामक स्वभाव  का होता है हर काम को गुस्से, लड़ाई या जिसकी लाठी उसकी भैंस  वाली कहावत  इस पर लागू होती है १ 
  • शनि राहु से प्रभावित व्यक्ति हर बात को ऑब्ज़र्व करेगा, तोलेगा १ अगर बात गलत है तो अपने माँ-बाप की भी नहीं मानेगा , ऐसे व्यक्ति या बच्चे को समझदारी से शांति से समझाएं १ 
  • चंदरमा से प्रभावित व्यक्ति/बच्चे को भावनात्मक सपोर्ट कि जरुरत होती है १ ऐसे बच्चे को कभी भी डांटना नहीं चाहिए अन्यथा ऐसे बच्चे/व्यक्ति जल्दी डिप्रेशन में आ जाते हैं  
  • शुक्र से प्रभावित बच्चे को कोई बात मनवाने के लिए पास  बैठकर प्यार से समझाना चाहिए १ 
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Tuesday, 17 December 2013

शनि राहु का बुरा प्रभाव और बचने के उपाय


शनि न्यायाधीश है और इंसान को कर्मठ  बनाता है १ लेकिन पूर्व कुकर्मों के कुप्रभाव के कारण कुंडली में शनि राहु से पीड़ित हो जाये तो  जातक को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है अतः निम्न उपाय करें :-

  • झूठ अहंकार व  नशे  से दूर रहें नहीं तो कभी बरकत नहीं आएगी 
  • हमेशा किसी काम में लगे रहें और ईमानदारी से का  करें१ धन अपने पास न रखकर माँ ,पत्नी या पुत्र के पास रखें १ 
  • फटे जूते न पहने, साफ स्वच्छ रहें, इत्र लगाएं १ यथाशक्ति दान करें १ काले नीले वस्त्र न पहनें 
  • शनि,मंगल,राहु की युति हो तो जातक चिड़चिड़ा होता है, नकारात्मक सोच रखता है किसी  से घुलमिल नहीं सकता अतः अपने को हठ योग से मजबूत रखें और जिंदादिल रहें १ ज्यादा गुस्सा आए तो चांदी धारण करें १ घर को व्यस्थित रखें, शाम को पूजा अवश्य करें १ सामने वाले का मुस्कराकर स्वागत करें राहु शनि शांत रहेंगें १ साधू, संतों, विद्वानों के साथ बैठकर ज्ञान की चर्चा करें गुरु मजबूत होगा और शनि शांत होगा १ बदजुबानी  पर लगाम  लगाएं १ गरीबों की, असहायों की, गाय की सेवा करें, पति -पत्नी प्रेम से रहें १ उपरोक्त उपायों से शनि तथा राहु दोनों के कुप्रभावों से बचाव होगा १ 
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Thursday, 12 December 2013

कैसे करें धन का संचय


            हर मेहनत  करने वाला व्यक्ति धनी नहीं होता क्यों ? १ धन कमाना जितना मुश्किल है उतना ही मुश्किल है धन को सम्हालना, धन की बचत करके संचित करना १ आज मैं  धन  को सहेजने और धनी बनने के कुछ सूत्र बता रही हूँ :-
  • अच्छा मंगल, बुद्ध और  शनि अतुल धन देते  हैं लेकिन अगर ये   कमजोर  हों, पीड़ित हों तो पूर्वजों द्वारा अर्जित धन भी नष्ट हो जाता है १ मंगल कमजोर हो तो जातक धन कमा सकता  है जोड़ नहीं सकता १ 
  • शनि बली हो तो जातक अपनी मेहनत से धनी होता है १ अगर  शुभ बुध का साथ मिल जाये हो तो जातक अपनी सूझ बूझ से धन कमाता है १ 
  • धन कमाने के लिए नवम और बारहवां स्थान बहुत महत्वपूर्ण होता है और धन संचय के लिए दूसरा स्थान होता है 
  • किस क्षेत्र में नौकरी या  व्यापार करने से धन प्राप्त होगा ये दशम भाव और दशम भाव में स्थित ग्रह    बताते  है जैसे :- 
  •  सूर्य बली दशम भाव में हो तो और  छठे  भाव का सम्बन्ध आ जाये तो जातक सरकारी  नौकरी से धन  कमाता है, मंगल हो तो जातक सेना में  उच्चाधिकारी  होता है पुलिस या प्रशासन में नौकरी करता है १  अगर अन्य ग्रहों का योग हो तो जातक मेडिकल, अस्त्र-शस्त्र, प्रॉपर्टी आदि का व्यापार करता है, बुध हो तो एकाउंट्स, कॉमर्स,कम्युनिकेशन और लेखन से धन कमाता है, गुरु हो तो वकालत, सलाहकार,  शिक्षण,आदि से धनार्जन होता है १ शुक्र हो तो व्यापार, कला, सौंदर्य प्रसाधन, स्त्रियों से संबंधित  सामान आदि से, शनि हो तो बिल्डर्स, लोहा, तेल मशीनरी इत्यादि से धन कमाता है १ राहु केतु  धनार्जन में कमी करता है १  
  • धन संचय के उपाय : किसी भी हालत में पितृ दोष दूर कीजिये अन्यथा कितना भी धन  कमाएँ धन रुकेगा नहीं, बुजुर्गों का अपमान न करें अगर वे अपमान के दौर में शारीर छोड़ जाएँ तो भयंकर पितृ दोष लगता है और कई पीढ़ियों तक धन संचय  नहीं होता १ प्रतिदिन अपने पूर्वजों से अपने कृत्यों के लिए क्षमा मांगे और आगे कोई गलत काम न करने की प्रतिज्ञा करें , सरकारी नौकरी में हों तो सूर्य को जल दें, घर में तुलसी लगाएं, बादाम दान करें , पीड़ित ग्रहों का पता लगाकर  उनका उपाय करें १
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Monday, 2 December 2013

विदेश यात्रा और ज्योतिष

          आधुनिक युग मेंअधिकतर लोग विदेश जाना चाहते हैं १ कुछ लोग आसानी से       विदेश चले जाते हैं और कुछ अथक प्रयासों  के बावजूद नहीं जा पाते १ क्या हैं ज्योतिषीय कारण,  आज मैं यही बताने का प्रयास कर रही  हूँ :-
  • कुंडली के तृतीय, पंचम,अष्टम,नवम और दशम भाव से विदेश यात्रा के बारे में देखा जाता है १ 
  • कुंडली में सूर्य, चन्द्र,मंगल, बुध, गुरु और राहु केतु आदि  ग्रह ये बताते हैं कि जातक विदेश में किस उद्देश्य से विदेश जायगा १ 
  • सूर्य के कारण  जातक विदेश जाता है तो उसे कोई सम्मान मिलता है विदेश में १ अगर सूर्य खराब हो तो जातक सरकारी दंड से बचने के लिए विदेश छिपने के लिए जाना चाहता है १ 
  • चन्द्र बलिष्ट हो तो जातक बड़ी आसानी से विदेश चला जाता है और चन्द्र ख़राब हो तो जातक को विदेश जाने में तो परेशानी होती ही है, वह विदेश में खुश भी नहीं रहता १ अच्छे चन्द्र के कारण ही जातक लम्बी विदेश यात्रा करता है १  
  • खराब चन्द्र वाले को नदी, समुद्र के पास यात्रा अवश्य करनी चाहिए १ 
  • कुंडली मंगल अच्छा हो तो जातक विदेश जाकर वहाँ सेटल हो सकता है, लेकिन शुभ मंगल वाला जातक स्वदेश भी जरुर आता है १ 
  • मेष, सिंह, वृश्चिक राशि/ लगन वाले जातक विदेश जाते हैं और कुछ वक़्त बिताकर वापस स्वदेश लौट  आते है १ 
  • बुध विदेश जाने का कारक बने तो जातक व्यापार या वक्तव्य देने के लिए विदेश जाता है १ अगर बुध तीसरे भाव, द्वादश भाव या चन्द्र से सम्बन्ध बनाये तो विदेश जाकर वापस लौट आयें  अन्यथा हानि हो सकती है १ 
  • गुरु अच्छा हो तो उच्च शिक्षा, परोपकार या शांति के लिए विदेश जाता है जातक  १ 
  • चन्द्र शुक्र युति हो तो अवश्य ही विदेश घूमता है जातक १ 
  • शनि राहु केतु तकनीकि क्षेत्र में विदेश ले जाते हैं १ 
विशेष :-  विदेश जाकर सफल होना चाहते हैं तो मेरा अगला पोस्ट देखें १
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Sunday, 24 November 2013

फेंगशुई के उपाय


            आधुनिक युग में फेंगशुई का चलन काफी बढ़ गया है १ ये एक चीनी पद्धति है और आजकल भारत में भी बहुत पॉपुलर है १ ऐसे ही कुछ पॉपुलर नियम बता रही हूँ :-
  • मकान के शयन कक्ष में बहार से सीढ़ी प्रविष्टि नहीं होनी चाहिए १ बीच में पार्टीशन होना चाहिए अन्यथा गृहस्वामी कोर्ट कचहरी में ही उलझा रहेगा १ 
  • शयन कक्ष में सिर के सामने बड़ा दर्पण नहीं होना चाहिए १ अगर जगह की कमी के कारण सम्भव न हो तो दर्पण को ढक कर रखें १ 
  • शयन कक्ष में पानी के चित्र या मछली के चित्र न रखें १ 
  • तकिये के नीचे घडी रखकर सोएं 
  • पलंग पर उलझे हुए डिज़ाइन की चददर न बिछाएं 
  • घर में मुख्य द्वार के सामने कोई ऊँचा वृक्ष नहीं होना चाहिए 
  • घर में मुंह देखने का दर्पण धुंधला नहीं होना चाहिए १ किनारे से टुटा, तरेड़ वाला दर्पण न रखें घर में परेशानिया आती हैं १ 
  • परदे घर में जरुर लगाएं १ परदे पूरे घर में एक जैसे होने चाहिए और चुन्नटदार होने चाहिए १ 
  • पर्दों के छल्ले पूरे  होने चाहिए , कोई भी छल्ला टूटा हुआ नहीं होना चाहिए १ 
  • लाफिंग बुद्धा किसी का गिफ्ट किया हुआ घर में रखें धन की कमी नहीं रहेगी 
  • शुद्ध जल का स्रोत ईशान कोण में रखें  १ 
उपरोक्त कुछ नियम हैं जिनका ध्यान रखने से जीवन की कुछ परेशानियां कम होंगी १

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Saturday, 23 November 2013

महत्वपूर्ण ज्योतिषीय टिप्स


कुछ ऐसे महत्वपूर्ण ज्योतिषीय टिप्स जो हर गृहस्थ को करने चाहिए :-
  • सूर्य कमजोर हो तो थोडा सा गुड हाथ से छुआ कर नदी या तालाब  में प्रवाहित कराएं, तुलसी का पत्ता मुँह में रखें १ गायत्री मन्त्र का जाप करें १  पिता की सेवा करें १ 
  • चन्द्र कमजोर हो तो खूब पानी पियें, खेलें, चाँद कि रोशनी में बैठें, चांदी के गिलास में दूध पियें, खिरनी का फल खाएं १ माँ की सेवा करें १ 
  • बुध बुद्धि का कारक है अतः बुद्ध कमजोर हो तो हरी घास पर चलें, मध्यमा उंगली में ताम्बे का छल्ला पहनें, हरी सब्जियां खाएं , जंक फ़ूड से बचें १ 
  • राहु का प्रभाव हो तो उड़द, चना, राजमा यानि बादी वाली चीजों से बचें १ 
  • अगर शुक्र कमजोर हो तो  साबूदाना खाएं १ 
  • जो लोग अपने शारीर में कम ऊर्जा महसूस करते हैं उन्हें प्रातःकाल सूर्य दर्शन अवश्य करना चाहिए १ 
  • जो लोग बिजली का कम करते हैं उन्हें जब भी मौका मिले मछलियों को दाना जरुर डालना चाहिए,  ये उन्हें बिजली के झटके से बचाएगा १ 
  • शत्रुओं से बचाव के लिए बजरंग बाण का पाठ करें १
  • केले का पेड़ घर में नहीं लगाना चाहिए यह पितृ दोष उत्पन्न करता है १ घर में क्लेश, रोग बढ़ जाते हैं और वंश वृद्धि भी रुक जाती है १ 
  • मन निर्बल हो, हमेशा मन में एक अनजाना भय बना रहे तो "आदित्य हृदय स्तोत्र" का पाठ करें आत्मविश्वास बढ़ेगा और मनोबल ऊँचा होगा १ 
  • जिन घरों में हमेशा कलेश रहता हो तो उन्हें निम्न उपाय करने चाहिए अन्यथा घर में दुरात्माओं का वास हो जाता है :-
           घर में गूगल कि धूनी लगाएं, नमक डालकर पौंछा लगाएं , फटे जूते, कपडे न पहने, घर व्यस्थित रखें ,            कभी- कभी घर में हवन करें १ 

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Wednesday, 20 November 2013

समय अभाव में ईश स्तुति


        आजकल अगर किसी  को किसी चीज की कमी है तो वो है समय की १ ऐसे में  सभी कामों के लिए समय निकल जाता है लेकिन प्रभु की आराधना के लिए समय नहीं निकल पाता १ मैं समयाभाव में प्रभु की स्तुति के  लिए छोटे-छोटे मन्त्र बता रही हूँ :-

गणेश जी :        वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभा १
                        निर्वघ्नम् कुरु मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा ११
सूर्य भगवान् :    ॐ घृणिः सूर्याय नमः

नवग्रह स्तुति :   ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानुः शशि भूमिसुतोबुधश्च १
                           गुरुश्च शुक्रः शनि राहु केतवः कुर्वन्तु सर्व मम सुप्रभातम ११
दुर्गा माँ         :     नमः श्री दुर्गायै

भगवान शिव :     ॐ नमः शिवाय

भगवान् कृष्ण :   ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

शनि स्तुति :  कोणस्थ: पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रान्तको यम:
                      सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्लाश्रय संस्थिता: १
                      एतानि शनि नामानि जपेत अश्वत्सन्निधो
                      शनिस्श्चर कृता पीड़ा न कदापि भविष्यति ११

                ( इस स्तुति को करने से जातक दीर्घायु होता है और सभी व्याधियों से छुटकारा मिलता है )

विद्या प्राप्ति के लिए :   सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने
                                    विद्यारूपे विशालाक्षी विद्याम देहि नमोस्तुते

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Monday, 18 November 2013

यात्रा और ज्योतिषीय उपाय


       हम सभी को किसी न किसी प्रकार कि यात्रा पर जाना  होता है १ किसी विशेष दिशा में  एक विशेष वार को यात्रा करना दिशाशूल कहलाता है १

        सोम शनि पूरब न चालू, मंगल बुध उत्तरदिशिकाल
        रवि शुक्र जो पश्चिम जाय , हानि होय पथ सुख नहीं पाय
        बीफे दखिन करे पयाना, फिर नहीं समझो ताको आना

        उपरोक्त का अर्थ और इस दिशा शूल से बचने के लिये  हमारे ऋषि मुनियों ने यात्रा पर जाने से पूर्व कुछ ज्योतिषीय उपाय करने की सलाह दी है जो इस प्रकार है :-
  • सोमवार और शनिवार को  पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए १ लेकिन आज के इस भागम भाग के समय में ये सम्भव प्रतीत नहीं होता अतः हमारे ऋषि मुनियों ने बताया है कि  सोमवार देशी दूध  और शनिवार को तिल का सेवन करके घर से निकलें तो यात्रा सफल रहती है १ 
  • मंगल और बुधवार को उत्तर दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए १ लेकिन यात्रा करना अत्यावश्यक हो तो मंगल को गुड और बुधवार को पुष्प का सेवन करके घर से निकलें  १ 
  • इसी तरह रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए १ अगर जाना ही पड़े तो रविवार और शुक्रवार दोनों वारों  को ही  घी का सेवन करके घर से निकलें १ 
  • गुरवार को दक्षिण में  यात्रा करना दिशा शूल होता है अतः इस दिन यात्रा करने से पहले दही खाकर यात्रा पर जाएँ १ 
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Tuesday, 12 November 2013

कुंडली में स्थित श्राप

कुंडली में स्थित  श्राप  


      कई बार  देखा गया  है कि दशा अच्छे भाव की चल रही है,  गोचर  के   ग्रह  भी शुभ होते हैं फिर भी अच्छे परिणाम नहीं मिलते १  इसका कारण कुंडली में कोई शाप हो सकता है जो शुभ फल नहीं लेने देता १ ऐसा पूर्व जन्म के कर्मों के कारण होता है और हम इस जन्म में परेशनियां और दुःख झेलते हैं 
निम्न प्रकार के श्राप से कुंडली शापित होती है 
  • देवताओं का शाप :-कई बार हम कुछ मन्नत मांग लेते है कि फ्लां  काम हो जाये तो मैं देवता का जगराता करूँगा या देव के दर्शन के लिए जाउंगा लेकिन किसी वजह से नहीं करते या भूल जाते हैं तो जब तक ये दोष दूर नहीं होता शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती 
  • सर्प देवता का शाप:- कभी-कभी व्यक्ति कहीं भी पेशाब कर देता है उसे नहीं मालूम कि वहाँ पर कोई सांप की बांबी हो सकती है अगर ऐसा हो तो उसे सर्प देवता का शाप लग जाता है और हमें उसका दुष्परिणाम भोगने पड़ते हैं 
  • माता-पिता का शाप: पूर्व जन्म में या इस जन्म में अगर किसी तरह से माँ-बाप का दिल दुखाया हो तो हमें तथा हमारे बच्चो को भी इसका परिणाम भोगना पड़ता है वंश वृद्धि रुक जाती है सुख-समृद्धि में बढ़ा आती है 
  • प्रेत बाधा :- अगर व्यक्ति का अंतिम संस्कार सही तरीके से नहीं हुआ हो तो आत्मा पिशाच रूप में अपने रिश्तेदारों को बहुत तंग करती है इसके प्रभाव से परिवार में अकाल मृत्यु तथा असाध्य रोग हो जाते हैं  
  • काला जादू : कई बार कुछ लोग किसी कि उन्नति नहीं देख सकते और किसी पर काला जादू , मूठ या मारक मंत्र से वार करते है १ इसके प्रभाव से जातक को बड़े भयंकर कष्ट झेलने पड़ते हैं और कई बार तो अकाल मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं 
  उपरोक्त श्राप कुंडली देखकर बताये जा सकते है कि कुंडली किस श्राप के कारण जातक को परेशानिया,असाध्य रोग, धन हानि का सामना करना पड़ रहा है १ उसी आधार पर फिर उपहार भी बताया जाता है १ 

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Sunday, 10 November 2013

कुंडली में मुख्या ग्रह और उपाय


       कुंडली में एक मुख्य ग्रह होता है १ अगर वह बली और शुभ है तो जातक तेजस्वी, मेधावी और भागयशाली होता है और अगर मुख्य ग्रह कमजोर है तो जीवन में बहुत संघर्ष का सामना करना पड़ता है १ मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है १  जन्म कुंडली का लग्नेश ही  मुख्य ग्रह होता है और उसी मुख्य ग्रह के उपाय करने से मुख्य ग्रह को कुछ बल दिया जा सकता है १
  • अगर कुंडली में मुख्य ग्रह सूर्य है तो गायत्री मन्त्र का जप करें 
  • चंद्रमा लग्नेश है तो चांदनी में बैठकर "ॐ चन्दरमसे नमः " का जप करें 
  • मंगल  मुख्य ग्रह हो तो ताम्बे का छल्ला पहनें और खुलकर हँसे  
  • बुध अगर  मुख्य ग्रह हो तो हरे रंग के कपडे पहने, हरी सब्जियां खाएं १ बुधवार को ताम्बे का सिक्का नदी या दरिया में बहायें १ 
  • गुरु  मुख्य ग्रह हो तो केले का पेड़ लगाएं १ गुरु और गाय की सेवा करें 
  • शुक्र  मुख्य ग्रह  हो तो छोटी-छोटी कन्याओं को मीठा दान करें १ कला के क्षेत्र में जाएँ - नृत्य, गायन, संगीत, चित्रकला इत्यादि १ इससे शुक्र मजबूत होगा  १ 
  • शनि  मुख्य ग्रह  हो तो उगते सूर्य को प्रणाम करें १ शनिवार को लोहा दान करें , गरीबों कि मदद करें और फटे पुराने कपडे , जूते -चप्पल घर से बाहर फ़ेंक दें 
इसके साथ ही कुछ अन्य उपाय करें :-

           गाय, कुत्ते , पक्षियों को खाना दें  १ ध्यान रखें घर में किसी वजह से कलह न होने पाये १ अगर कलह होती हो तो ताम्बे का कलश रखकर उस पर नारियल रखें १ घर में दीपक अवश्य जलाएं १ पितृ दोष हो तो उपाय करें १

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Saturday, 9 November 2013

वाणी दोष और ज्योतिषीय कारण

          वाणी जीवन बनाने और बिगड़ने में बहुत बड़ा रोल निभाती है १ किसी भी इंसान की वाणी को /आवाज को सुनकर जातक  के  ग्रहों  के  शुभाशुभ  प्रभाव  को जाना जा सकता है  १  जातक किस ग्रह के प्रभाव में ज्यादा है ये वाणी द्वारा जानकर उस ग्रह के उपाय बताये जा सकते हैं:-
  • वाणी पर राहु/केतु शनि का प्रभाव हो तो वाणी कर्कश होती है १ शनि का बहुत खराब प्रभाव हो तो जातक गाली -गलौच भी करता है अतः सब जगह आलोचना का पात्र बनता है  
  • मंगल/केतु वाणी में झगडे का पुट देते हैं १ भाषा में हिंसा झलकती है १ मंगल के प्रभाव से व्यक्ति बहुत जोर लगाकर बोलता है और उसका प्रायः सभी से झगड़ा होता है 
  • सूर्य/बुध का प्रभाव वाणी पर हो तो जातक गुस्सा न करके तर्क-वितर्क  ज्यादा करता है १ अगर सूर्य पर गुरु , चन्द्रमा का शुभ प्रभाव हो तो जातक कि वाणी को जनता सुनेगी १ उसकी  वाणी में सौम्यता होगी, आत्मविश्वास होगा  १ 
  • चंद्रमा का प्रभाव वाणी पर हो तो जातक कम बोलता है और अपने मन की बात खुलकर नहीं कहता १ अगर मंगल का भी प्रभाव साथ में आ जाये तो जातक सबसे अलग-थलग रहता है १ परिवारिक आयोजनों में शामिल नहीं होना चाहता १ 
  • वाणी पर शुभ बुध का प्रभाव हो तो जातक खुशमिजाज होता है १ जातक सुस्पष्ट शब्दों में तर्क संगत बात करेगा लेकिन अगर बुध कमजोर हो या पीड़ित हो तो जातक हकलायेगा, जल्दी-जल्दी बोलेगा और मुँह बिगाड़कर बोलेगा 
  • गुरु के प्रभाव से जातक धीरे-धीरे बोलेगा, वाणी में सौम्यता और नम्रता होगी अगर गुरु अशुभ हो तो गला हमेशा कफ से भरा रहेगा 
  • शुक्र के पराभव से जातक बहुत सुंदर शब्द बोलेगा , ऐसी वाणी बोलता है खुद भी शीतल रहे और औरों को भी शीतल करे 
उपाय :- दूसरे भाव/भवेश तथा उसके नक्षत्र स्वामी को मजबूत करें और अगर क्रूर ग्रह का प्रभाव हो तो उसकी शांति के उपाय करे १ मिटटी के बर्तन में उड़द डालें, सरसों का तेल डालकर काले कपडे से ढक दें और प्रभावित व्यक्ति के सर से सात बार वारकर  किसी निर्जन स्थान में दबाकर  तुरंत वापस आ जाएँ १ 

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Monday, 4 November 2013

शकुन-अपशकुन विचार


दैनिक कार्यकलाप में कुछ ऐसी छोटी-छोटी घटनाएं या शकुन होते हैं जो हमें आने वाली अच्छी-बुरी घटनाओं के प्रति सचेत करते  हैं जैसे :-
  • अचानक हाथ से रोटी छूट जाये तो ये शुभ नहीं है १ अगर आप पैर हैं तो देर से और अगर आपने जूते चप्पल पहन राखी है तो तत्काल अशुभ  मिलते हैं १ 
  • बार-बार दूध उबलकर पतीले से बाहर गिरे तो ये भी अशुभ है १ 
  • यात्रा पर जाते समय घर के बाहर कोई मिल जाये और आप बाते  करने लगे तो ये अशुभ है थोड़ी देर रुक कर घर से निकलें 
  • यात्रा पर निकलने से पहले अगर घर का पालतू कुत्ता पैर ऊपर करके कू-कू करने लगे तो यात्रा टाल दें 
  • कई बार सब कुछ ठीक होते हुए भी मन बहुत घबराता है, कहीं भी दिल नहीं लगता और अजीब सी बैचैनी रहती है तो ये शुभ शकुन नहीं है ऐसे में अपने कपडे उलटे करके सुखाएं १ 
  • चलते समय अगर जॉइंट आवाज करते हैं तो ये शुभ नहीं हैं आप बीमार होने वाले हैं १ साथ ही ये  कैलसियम की  कमी इंगित करता हैं 
  • कई बार खाना बहुत कड़वा लगने लगता है ये किसी अशुभ समाचार मिलने की संभावना को दर्शाते  हैं 
  • दायीं आँख का फड़कना किसी छोटी-मोटी परेशानी को दिखता है 
  • बायीं आँख का फड़कना शुभ है 
  • जूते-चप्पल एड़ी की ओर से ज्यादा घिसे तो ये दर्शाता है कि आप शनि ख़राब है अतः शनि के उपाय करें १ गरीबों को दान दें शनि कि चीजें - तेल,उड़द,लोहा,छतरी का दान करें १ 
  • कौवा सर पर चोंच मारकर जाये तो ये बहुत बड़ा अपशकुन है, मृत्यु तुल्य कष्ट हो सकता है १ इसके लिए महा-मृत्युंजय का पाठ कराएं १ 
  • एड़ियों में दरारें ज्याद पड़ने लगे तो भी शनि कुपित होने की  निशानी है  अतः शनि के उपाय करें 
  • घर के सदस्यों में आलस आने लगे, घर अव्यवस्थित रहने लगे तो ये धन हानि के योग हैं अतः सावधान हो जाएँ और घर की साफ-सफाई पर ध्यान दें  १ 
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Saturday, 26 October 2013

त्वचा पर दाग धब्बे और ज्योतिषीय उपाय


हमारे शारीर के हर अंग के लिए कोई-न-कोई ग्रह कारक होता है,  शरीर के किसी अंग में होने वाले बदलाव काकारण किसी ग्रह का कुपित होना ही है 1 त्वचा में होने वाले बदलाव के लिए निम्न ग्रह कारण बनते हैं :-
  • त्वचा पर दाग धब्बे हों तो या राहु शनि के कुपित होने के  कारण होता है साथ ही  माथे पर दाग धब्बे और कालिमा भी  उभरने लगे तो शनि राहु के उपाय करें नहीं तो भाग्य कि हानि हो सकती है  साथ ही तनाव और थकान कि निशानी है1 
  • चेहरे पर  ठोडी  के आस-पास कालिमा उभरने लगे तो तो वैवाहिक जीवन में तनाव हो सकता है, वैवाहिक जीवन में संकट आ सकता है 1 विडम्बना ये है कि ऐसे में माँ-बाप का साथ भी नहीं मिलता
  •  गर्दन में पीछे कालिमा दिखाई दे तो थाइरॉइड टेस्ट कराएं 1 इसके साथ ही ऐसा इंसान बिना सोचे समझे निर्णय लेते है और नुक्सान उठाते हैं 
  • आँखों के नीचे कालिमा मानसिक असंतुला को इंगित करती है 
  • पेट पर त्वचा का रंग बदलने लगे तो लिवर ख़राब होने कि सम्भावना है 1स्त्री जातक को गर्भाशय सबंधी बीमारी होने कि निशानी है 1 
  •  जांघों का रंग बदलने लगे तो जातक स्वार्थी हो जाता है और बिना मेहनत के हो धनवान बनना चाहता है 
  • घुटने के नीचे भी कई बार पैचेज बन जाते हैं जो ये दर्शाते हैं कि ऐसे जातक जीवन के पूर्वार्ध में कड़े संघर्ष के बाद उत्तरार्द्ध में सुखी रहते हैं 
उपाय :- कभी भी किसी कि आलोचना न करें गुरु ख़राब होकर शनि राहु क्रियाशील हो जाते हैं साथ ही जैसी हमारी सोच होगी वो त्वचा पर भी दिखाई देने लगती है 1 ताम्बे का छल्ला अनामिका में पहने 1
  • अपनी गलती के लिए माफी मांगे इससे तन-मन शुद्ध होता है, गुरु चन्द्र मजबूत होते हैं और मन में असीम ऊर्जा और शांति मिलने से चेहरे पर एक अनूठा तेज आने लगता है और त्वचा दमकने लगती है 1  शनि के उपाय के लिए कभी नशा न करें 1 कभी किसी को धोखा न दें, गरीबों कि मदद करें 1  राहु के लिए कभी किसी से बिजली के  उपकरण मुफ्त में न ले और माँ दुर्गा, भैरव बाबा की पूजा करें 1 
  • अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें :            jyotishsanjeevani@gmail.com



Tuesday, 22 October 2013

घर और वाहन का सुख कैसे प्राप्त करें

घर और वाहन का सुख कैसे प्राप्त करें 
रोटी कपडा और मकान हर किसी की बुनियादी जरुरत है १ आज के  भाग दौड़ के समय में वाहन भी एक अनिवार्यता बनती जा रही है लेकिन कुछ लोगों को घर बनाने और गाड़ी खरीदने में बहुत सी अडचनें आती हैं जिसके कारण और निवारण निम्नानुसार हैं :-
घर 
  • अपना घर खरीदने या बनाने के लिए चन्द्र और मंगल कुंडली में मजबूत होने चाहिए साथ ही शनि भगवान  की मदद भी मिलनी चाहिए 
  • जिनकी कुंडली में चौथा भाव बली हो, घर अवश्य बनेगा और जितने बली ग्रह चौथे भाव पर होंगे उतने ही घर जातक के होंगे लेकिन अगर राहू का प्रभाव चौथे भाव पर हो तो वह अपने घर में रहने का सुख नहीं भोग पायेगा जैसे घर तो आलिशान होगा लेकिन खुद सरकारी मकान में रहेगा 
  • शुक्र जितना अच्छा होगा घर उतना ही आलिशान होगा, भव्य होगा  
  • मंगल नीच का हो साथ ही राहू से पीड़ित हो तो घर सुन्दर नहीं होगा और घर में रहकर सुख  नहीं मिलेगा १ चन्द्र खराब हो तो घर बनाने में परेशानी आती है और माँ-बाप का सहयोग नहीं मिलता 
उपाय :-  चांदी का चकोर टुकड़ा अपने ईष्ट के मन्त्रों से सिद्ध करके पूजा स्थान में रखें,सोना चाँदी और तम्बा इन तीन धातुओं की अंगूठी अनामिका में पहने, 11 मंगलवार गरीबों को मिठाई बाटें , राहू का प्रभाव हो तो घर से कूड़ा कबाड़ा बहार निकालें, ख़राब इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान घर से बहार करें और माँ दुर्गा या भैरव की आराधना करें १
वाहन 
  • राहु इंसान को चाहकर भी वाहन नहीं खरीदने देता १  शुक्र और चौथा भाव कमजोर हो तो सामर्थ्य होने के बाद भी इंसान वाहन नहीं खरीद सकता १ 
  • राहु शनि मंगल चौथे भाव को प्रभावित करें तो गाड़ी का इंजन जल्दी-जल्दी ख़राब होता है  अर्थात गाड़ी अधिकतर समय गैराज में ही रहती है १ चन्द्रमा ख़राब हो तो ड्राइविंग सही नहीं होती और दुर्घटनाएं हो जाती है १ 
उपाय :- कुपित ग्रह,नीच ग्रह, मारकेश के रंग की गाड़ी कदापि न  लें १ मंगल शनि खराब हों  तो काली , लाल व  नीले रंग की गाड़ी न खरीदें १ गाड़ी का नंबर जन्मांक के विपरीत न हो १ लोहे का दान करें, ईस्ट की पूजा करें
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Thursday, 3 October 2013

धनागम के लिए छोटे-छोटे वास्तु टिप्स

 इस भौतिकतावादी युग में धन का बहुत महत्त्व है १ धनी व्यक्ति ही आज के संसार में मान-सम्मान प्राप्त करता है १ धन प्राप्ति में अगर बाधाएं आ रही हैं निम्नलिखित छोटे-छोटे उपाय करें :-

  • दक्षिणावर्ती शंख घर के मंदिर में स्थापित करें १ प्रतिदिन स्नान करके इस शंख की पूजा करें, शंख में गंगाजल भरें और पूजा के बाद इस गंगाजल को घर के मुख्य द्वार  पर छिडकें हमेशा विष्णु लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी 
  • घर में  dry flowers न रखें, इससे घर में dead, negative energy  आयेगी और घर की सुख-प्रगति  में बाधा आती है १ ताजे फूल रखें १ 
  • घर में उदासी वाले, खूंखार जानवरों के चित्र न लगाएं, ढलते सूर्य की तस्वीर भी न लगायें 
  • दीवार घडी north east direction में लगायें 
  • अगर घर के किसी हिस्से में वास्तु दोष हो तो उस दिशा में समुद्री नमक या स्फटिक पत्थर रखें और नमक का पौंछा लगाये 
  • North East में सीढियाँ हों तो North की दीवार पर looking glass लगायें 
  • घर में आचार, चाकू, छुरी छुपा कर रखें अर्थात dining table पर ही न पड़े रहें १ 
  • घर में टूटे हुए कप,बर्तन, हैंडल टूटे हुए बर्तन, बंद घड़ियाँ घर में न रखें 
  • Bed Room में बैठकर खाना न खाएं १ किसी अथिति को bed room में न बैठाएं इससे आपके शारीर की सकारत्मक उर्जा कम हो जाती है
  • अगर टॉयलेट पूर्व में हो तो अगर possible हो तो हटा दें अगर नहीं तो सीट की उपर एक सेल्फ लगायें और उसे उपर एक बाउल में समुद्री नमक  रखें
  • घर के मुख्य द्वार पर पीले रंग की लाइट लगायें 
  • मुख्य द्वार south west में हो तो हर कार्य में देरी होती है अतः मुख्य द्वार south east में करें अगर  संभव न हो तो एक ताम्बे का स्वस्तिक  मुख्य द्वार पर लगायें 
  • खाना-पीना उत्तर की और मुख करके करें इससे positive energy आयेगी और धन वृद्धि होगी और आप स्वस्थ भी रहेंगे १ 
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Wednesday, 2 October 2013

अंग लक्षणों से जाने किस्मत


       प्राचीन काल में हमारे बुजुर्ग, दादी, नानी किसी इंसान को देखकर उसका स्वभाव, आदत यहाँ तक की उसके भाग्य के बारे में भी बता देते थे और इन  अंग  लक्षणों से बहुत सटीक भविष्यवाणी की जाती थी १ लेकिन आज हमारे पास इतना समय ही नहीं है की हम किसी को ध्यान से देखें और इन लक्षणों को देखें १ आइये आज मैं ऐसे कुछ अंग लक्षणों के बारे में  जानकारी देती हूँ :-
  • स्निग्ध, कोमल तलवे हों तो इंसान का भाग्य अच्छा होता है 
  • तलवे कठोर हों तो काफी संघर्ष के बाद ५२ वें  वर्ष में भाग्योदय होगा 
  • पैर की उँगलियाँ पास-पास हो तो ऐसे लोग सोभाग्यशाली होते हैं 
  • पैर का अंगूठा बाहर की और निकला हो तो शुभ नहीं है 
  • पुरुषों के पैरों में अंगूठे के  पास वाली उंगली अंगूठे से लम्बी हो तो पत्नी से सुख मिलता है 
  • किसी के पैरों में बिवाई फटे तो ये ख़राब  राहू शनि के लक्षण हैं  इससे स्वस्थ्य ख़राब, धनहानि, घर में शोक और दुख, बीमारी आदि के लक्षण हैं, ऐसे में चन्दन का तिलक लगायें, जूते दान करें, इष्ट का ध्यान करें, व्यवहार को विनम्र रखें और भगवान शिव की आराधना से कुप्रभाव से बचाव होगा 
  • पैरों पर बाल हों तो व्यक्ति महत्वकांक्षी होता है, धनि होता है लेकिन अहंकारी होने से परिणाम उलटे हो जाते हैं 
  • नाक छोटी, चपटी हो गाल फुले हुए हों तो ऐसे लोग कठिन परिस्थितियों में भी मस्त रहते हैं
  • नाक बड़ी,  चौड़ी , नथुने भी बड़े हों तो व्यक्ति को जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है 
  • नाक छोटी और आगे से गोल हो तो गुरु कृपा से सफ़लता मिलती है 
  • नाक के नथुने छोटे, नाक पतली लम्बी सीधी  ऊँची हो तो व्यक्ति बहुत सौभाग्यशाली होता है 
  • जो महिलाये जोर देकर बोलती हैं, जिनकी आवाज बहुत भारी होती है उनको समाज में प्रोफेशन में तो प्रतिष्ठा मिलती है लेकिन उनका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहता साथ ही बी. पी, हार्ट प्रॉब्लम की शिकार होती है इसके लिए अपने व्यवहार पर ध्यान रखें 
  • बड़े लम्बे कान लम्बी उम्र की निशानी है 
 उपाय :- सबसे पहले व्यवहार शिष्ट रखें, माँ-बाप की सेवा करें, अपने ईष्ट का ध्यान करें, मैडिटेशन करें, महाम्रित्युन्ज्य मन्त्र का जाप करें, सूर्य को जल दें
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Tuesday, 24 September 2013

मोटापा ज्योतिषीय कारन और निवारण


१०० सेंटीमीटर की लम्बाई है तो ४० किलोग्राम वजन होना चाहिये १ इसी पैमाने से मोटापा नापें १ मोटापे से लीवर पर असर, अष्थमा , उच्च रक्तचाप,  संतान न होना, किडनी, प्रोटेस्ट ग्लैंड, थइराइड , टेंशन आदि अनेक रोगों से आदमी ग्रस्त हो जाता है १ 
मोटापा : कारण
  •  चन्द्रमा से प्रभावित जातक गोलू-मोलू सा भरे हुए बदन का होता है 
  • शरीर  में जल तत्व और पृथ्वी तत्व के असंतुलन से भी मोटापा बढ़ता है 
  • चन्द्र राहु की युति हो तो जातक जल तत्व प्रधान हो जाता है और जातक मोटा हो जाता है 
  • गुरु ग्रह ज्ञान के साथ-साथ मोटापा भी देता है 
  • गुरु प्रधान जातक मिठाइयाँ खाने का शोकीन होता है और मोटापे का शिकार हो जाता है
  • शुक्र ग्रह भी मोटापा देता है जिनकी कुंडली में शुक्र मजबूत होता है वो जातक घी, मलाई, ठंडी चीजें खाने का शोकीन होता है जिससे मोटापा बढ़ता है
निवारण 
  • खाने के तुरंत बाद गरम पानी पियें 
  • दही के स्थान पर छाछ लें 
  • पपीता खाएं 
  • मैदा और चावल कम खाएं 
  • भोजन के बाद पांच मिनट वज्र आसन पर बैठें 
  • एक साथ अधिक पानी न पीयें 
  • चन्द्र और गुरु समूह में लाभ देता है अतः ग्रुप में योग करें 
  • अग्निसार क्रिया करें १ ताड़ासन करें 
  • दिन में न सोयें 
  • भोजन चबा चबा कर खाइए 
  • गुरु प्रथम चतुर्थ पंचम में हो तो गुरु के उपाय कीजिये, मिठाइयाँ कम खाइए 
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें :- jyotishsanjeevani@gmail.com

Wednesday, 18 September 2013

कैसे करें श्राद्ध में पितरों को प्रसन्न

ब्रह्मपुराण में कहा गया है :-
"आयु  प्रजां धनं विद्यां स्वर्ग मोक्षं सुखानि च
प्रयच्छन्ति तथा राज्यं पितरः श्राद्ध तर्पित"  अर्थात श्राद्ध के द्वारा प्रसन्न हुए पित्रगन मनुष्यों को पुत्र,धन,विद्या,आयु, आरोग्य, लौकिक सुख, मोक्ष तथा स्वर्ग प्रदान करते हैं १  इस वर्ष श्राद्ध पक्ष 19  सितम्बर से 4 अक्टूबर तक रहेगा तथा इस अवधि में मांगलिक कार्य, शुभ कार्य, विवाह और विवाह की बात चलाना वर्जित है १
कैसे करें तर्पण 
 सबसे पहले स्नान करके गायत्री मन्त्र पढ़ते हुए तिलक लगायें १ कुश से बनाई गई पवित्री दोनों हाथों की अनामिका में गायत्री मंत्र का जप करते हुए  पहने तथा  "ॐ आगच्छन्तु मे पितर इमं गृहनंतु जलान्जलिम" मन्त्र जपते हुए पितरों का  आवाहन करें   १ उसके बाद हाथ में कुश,जौ ,अक्षत लेकर संकल्प करें :- अद्य श्रुति स्मृति पुराणोक्तफल्प्रप्त्यार्थम देवर्षिमनुष्य दिव्यपितृतर्पण करिष्ये १ अब जल, तिल और कुश हाथ में लेकर दक्षिण की ओर मुंह करके पिता,पितामह,प्रपितामह तथा माता, दादी, परदादी के निमित तीन-तीन जलांजलि दें १
कैसे करें श्राद्ध 
विष्णु पुराण में कहा गया है कि श्राद्ध में पितरों की तृप्ति ब्राह्मणों के द्वारा ही होती है १ अतः श्राद्ध में दिवंगत पूर्वजों की मृत्यु तिथि को ब्राह्मण को निमंत्रण देकर घर बुलाएँ और भोजन,वस्त्र,दक्षिणा सहित दान देकर श्राद्ध करें १ इस दिन पांच पतों पर बना हुआ भोजन थोडा-थोडा रखकर पंचबली  निकालें - गौ बलि, श्वान बलि, काक बलि,देवादि बलि और पिपिलिकादी बलि (चींटियों के लिए)
कब न करें श्राद्ध 
पूर्वजों की मृत्यु के प्रथम वर्ष में श्राद्ध नहीं करें १ पूर्वाह्न में, शुक्ल पक्ष में,रात्रि में और अपने जन्म दिन में श्राद्ध न करें १ कूर्म पुराण  के अनुसार जो व्यक्ति अग्नि, विष आदि के द्वारा आत्महत्या करता है उसके निमित श्राद्ध करने का विधान नहीं है १ चतुर्दशी तिथि को भी श्राद्ध नहीं करना चाहिए अगर इस दिन कोई पूर्वज दिवंगत हुआ हो तो उसका श्राद्ध अमावस्या को  १

श्राद्ध पक्ष में पितृ दोष निवारण के लिए किये गए उपायों से पितरों का आशीर्वाद मिलता है तथा संतान सुख, सम्पति लाभ, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है १
किसी भी प्रकार की सलाह के लिए संपर्क करें:-jyotishsanjeevani@gmail.com

Sunday, 1 September 2013

घर में नौकर का सुख कैसे मिले


        आज हर घर में घरेलू काम-काज के लिए एक  सहायक की जरुरत होती है १ लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है  कि घर  में  नौकर टिकते नहीं  हैं  या अच्छा  पैसा  देने  के  बाद  भी भरोसेमंद  नौकर नहीं मिलते १ इसके भी कुछ योग होते हैं जिस कारण  ऐसा होता है  जैसे :- 
  • राहु शनि ख़राब हों तो घर में नौकर नहीं टिकते 
  • राहु ख़राब हो तो शुरू में तो नौकर खूब अच्छा का करेंगे  मालिक से खूब बनायेंगे लेकिन कुछ समय बाद धोखा देकर भाग जाते हैं १ 
  • मंगल ख़राब हो तो नौकर मालिक के डांटने से भाग जायेंगे १ कुछ मामलों में नौकर मालिक को नुक्सान भी पहुँचा देते हैं 
  • घर की स्त्री का चन्द्र राहु से पीड़ित हो और पुरुष का मंगल ख़राब हो तो घर में नौकर नहीं टिकते 
  • शनि राहु ख़राब हो तो नौकर कभी ठीक से काम नहीं करेंगे १ ऐसे में कभी भी बच्चों को नौकरों के भरोसे न छोड़ें १ 
उपाय 
  •  शुरू-शुरू में जब नौकर घर में आता है तो  उससे घर के जाले साफ करवाएं 
  • लोहा, कला लाल कपडा कभी दान में न दें 
  • नमक का पौंछा घर में लगवाएं 
  • बिजली के उपकरण कभी किसी से मुफ्त में लें 
  • घर में सीलन न रहें दें 
  • नौकरों को शनी मंगल को मीठा अवश्य खाने को दें 
किसी भी तरह की परेशानी के लिए  निशुल्क परामर्श के लिए संपर्क करें 

jyotishsanjeevani@gmail.com

Friday, 30 August 2013

बच्चे बच्चियों को सचरित्र बनाने के उपाय

बच्चे भावी जीवन के कर्णधार हैं १ हर माता-पिता  के  लिए  उनके  बच्चे  ही  उनकी पूंजी  होते  हैं  १  हर माँ-बाप चाहते हैं की उनका बच्चा लायक बने, उनका  नाम  रोशन करे,  एक कामयाब इंसान,एक अच्छा बेटा, एक अच्छा पति, एक अच्छा पिता बनने के साथ-साथ एक सभ्य नागरिक बने १ इसके लिए आपको बचपन में ही बच्चे की कुंडली किसी योग्य ज्योतिषाचार्य को दिखा लेनी चाहिए १ कुंडली  में स्थित कुछ योगों  से पता चल जाता है की बच्चा किस प्रवृती का है और उसी के अनुसार शुरू से ही बच्चे पर ध्यान देना चाहिए १ जैसे :-
  • कुंडली में मंगल शुक्र का योग हो और मंगल बली हो तो बच्चे पर नजर  रखें १ बच्चों को राह से भटकने में मंगल का बहुत बड़ा हाथ होता है १ 
  • शुक्र चन्द्र की युति हो तो किशोरावस्था से  बच्चे पर ध्यान रखें १ बच्चा अपोजिट सेक्स के प्रति आकर्षित हो सकता है 
  • चंद्रमा कमजोर हो तो बच्चा बहुत नरम दिल होता है १ ऐसे में कुछ स्वार्थी बच्चे/बच्चियांउसे ब्लैकमेल करके उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं 
  • चन्द्र राहु की युति हो तो बच्चे के मन में नित  नयी खुराफातें उपजती हैं 
  • मंगल शनि की युति हो और मंगल बहुत बली हो तो बच्चा किसी को भी हानि पहुँचाने से नहीं डरेगा १ 
  • गुरु ख़राब हो, नीच, अस्त, वक्री हो तो बच्चा अपने माता-पिता बड़े बुजुर्ग  किसी की भी इज्जत नहीं करेगा १
उपाय :-

         मंगल शुक्र योग के लिए बच्चे को खेलकूद में डालें १ बच्चे की एनेर्जी को खेलकूद में लगायें, बुध के लिए हरी सब्जियों का सेवन कराएँ
  • लड़की की कुंडली में इस तरह के योग हों तो उसे संगीत,डांस, पेंटिंग आदि किसी कला में डालें 
  • बच्चों  को शुरू से ही बड़ों का आदर करना सिखाएं १ घर में स्वयं भी अपने बुजुर्गों का आदर करें इससे घर में गुरु मजबूत होगा 
अधिक जानकारी के लिए मेल करें :    jyotishsanjeevani@gmail.com

Wednesday, 28 August 2013

अष्टम मंगल और उपाय

        मंगल ग्रह कुंडली में बहुत महत्त्व रखता है १ मंगल कालपुरुष कुंडली का लग्नेश और अष्टमेश है १ भाई, भूमि,ओज,शक्ति,मनोबल और उर्जा का कारक है १ अगर ये मंगल जन्म कुंडली या   गोचर में अष्टम भाव में हो तो इसके अशुभ परिणाम जातक को झेलने पड़ते हैं १  जैसे:- 
  • मंगल भाई और दोस्त का कारक है १ मंगल अष्टम भाव में हो तो जातक की भाई का सुख नहीं मिलता, अगर तीसरे घर में भी अशुभ ग्रह हों तो भाई के लिए बहुत घातक हो सकता है 
  • जातक के पराक्रम में कमी रहती है, जातक चिडचिडा और झगडालू होता है 
  • शादी के बाद पति/पत्नी में कलेश रहता है घर का वातावरण ख़राब रहता है 
  • घर में जब भी मंगल कार्य होता है तो कभी भी निर्विघ्न नहीं होता १ किसी न  किसी तरह से क्लेश जरुर हो जाता है 
  • मेहनत का फल कभी नहीं मिलता १ किसी भी कम में हाथ डालो मेहनत ज्यादा और लाभ कम मिलता है १ 
  • जमा पूंजी के लिए भी अशुभ होता है धन नहीं जुड़ता १ कुटुंब में भी लड़ाई झगडा रहता है १ 
  • 28 से 33  वर्ष की उम्र में हालात  और बिगड़ जाते है, वैवाहिक जीवन में परेशानी, रूपये पैसे में कमी, कारोबार में हानि, घर का सुख नहीं मिलता, घर में सुख शांति नहीं मिलती १
  • खून की बीमारी, कैंसर आदि भयंकर रोग तथा  दुर्घटनाओं के कारण अंग-भंग पर पैसा खर्च होगा 
उपाय 
  • घर में नीम/बकायन का पेड़ न हो , ख़ुशी के मौके पर लाल रंग न पहनें 
  • तंदूर घर में बिलकुल न लगायें, दक्षिण मुखी मकान  में न रहें 
  • उत्तरमुखी घर ऐसे जातकों के लिए शुभ होगा 
  • चाँदी की चैन गले में पहनें 
  • आठ मंगलवार कुतों को गुड की रोटी खिलायें 
उपरोक्त उपायों से हम कुछ हद तक अष्टम मंगल के कुप्रभावों  से बच सकते हैं लेकिन पूरी तरह से नहीं क्योंकि ग्रहों की स्थिति कुंडली में हमारे पूर्व कर्मों के अनुसार ही होती है १

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Tuesday, 20 August 2013

गोचर में नीच मंगल और शुक्र का जीवन में प्रभाव


        12  अगस्त 2013 से शुक्र ग्रह अपनी नीच राशी  कन्या में भ्रमण  कर रहा है और 19  अगस्त की रात्रि से मंगल अपनी नीच राशी कर्क  में भ्रमण कर रहा है १ ये दोनों ग्रह प्राणी मात्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण ग्रह हैं १ कोई भी ग्रह गोचर में नीच या उच्च  होता है तो जन्म कुंडली में ग्रह  स्थिति के अनुसार मानव जीवन पर शुभ या अशुभ प्रभाव डालते हैं  १ इस समय शुक्र ग्रह और मंगल ग्रह नीच के हैं अतः हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा:-
  • शुक्र ग्रह  नीच होने से वैवाहिक संबंधों में परेशानी हो सकती है, पत्नी का स्वास्थ्य  खराब हो सकता है अतः कोशिश करें कि पत्नी से मनमुटाव न हो, शांति और धैर्य से काम लें 
  • शुक्र लक्ष्मी यानि धन, वैभव का कारक ग्रह है, नीच का होने से आर्थिक परेशानी हो सकती है अतः धन का लेन देन इस समय में न करें 
  • शुक्र ग्रह वाहन का कारक ग्रह है अतः 7  सितम्बर  2013 तक नया वाहन न खरीदें १ 
  • नए आभूषण भी न खरीदें १ 
  • माँ लक्ष्मी की आराधना करें, छोटी कन्याओं को खीर का भोजन कराएँ, गाय को हरा चारा खिलाएं १
  • मंगल ग्रह 7  अक्तूबर 2013 तक नीच का होने से इस समय में गुस्सा आना, सर दर्द, बी पी , ह्रदय रोग, रक्त विकार होने की सम्भावना बढ़ जाती है अतः कोशिश करें की उपरोक्त चीजों से बचें १ 
  • कोई भी मंगल कार्य इन दिनों न करें १ 
  • नया मकान न खरीदें , जमीन की खरीद फरोख्त न करें १ 
  • भाई का स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है अतः भाई का विशेष ध्यान रखें 
  • इन दिनों लाल कपडा न पहनें बल्की दान दें 
  • लाल मिर्च , तेज मिर्च मसलों का प्रयोग कम करें अन्यथा पित कुपित होने से पेट खराब हो जायेगा 
  • इन दिनों लाल मसूर की दाल रात को पानि में भिगोकर कर गाय को खिलाएं 
  • रोटी पर गुड रखकर गाय को दें, गरीब मजदूरों को मीठा भोजन कराएँ 
उपरोक्त ध्यान रखने से उक्त ग्रह शांत रहेंगे और आपको ज्यादा परेशानी नहीं  होगी १
अधिक विस्तार से जानने के लिए संपर्क करें :- jyotishsanjeevani@gmail.com

Tuesday, 13 August 2013

दैनिक जीवन में कुछ ज्योतिषीय सावधानियां

 दैनिक जीवन में  हम दूसरों के देखा-देखी या किसी किताब में पढ़कर कुछ ऐसे  मन्त्र जप, दान आदि  करते रहते हैं जो ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ नहीं होता या लाभ के स्थान पर हानि होनी शुरू हो जाती है :-
  • उच्च के ग्रहों का कभी दान नहीं करना  चाहिए और नीच ग्रहों की कभी पूजा नहीं करनी चाहिए 
  • गुरु दशम भाव में हो या चौथे भाव में हो तो मंदिर  निर्माण के लिए धन नहीं देना चाहिए ये बहुत अशुभ होता है तथा  कभी न कभी जातक को फांसी तक पहुंचा सकता है 
  • सप्तम भाव में गुरु हो तो कभी भी पीले वस्त्र दान नहीं करने चाहिए 
  • बारहवें भाव में चन्द्र हो तो साधुओं का संग करना बहुत अशुभ होगा १ परिवार की वृद्धि रुक जायगी 
  • सप्तम/अष्टम सूर्य हो तो ताम्बे का दान नहीं देना चाहिए, धन की हानि होने लगेगी 
  • मंत्रोच्चारण  के लिए शिक्षा-दीक्षा  लेनी चाहिए क्योंकि अशुद्ध उच्चारण  से लाभ की बजाय नुक्सान होगा 
  • मंत्र जाप पूर्ण संख्या में, एक ही आसन पर, एक ही समय में सम संख्या में करना चाहिए 
  • मंत्र जाप पूर्ण होने के बाद दशांश हवन अवश्य करना चाहिए तभी पूर्ण फल मिलेगा 
  • कुछ लोग वार के अनुसार वस्त्र पहनते हैं जो ठीक नहीं है १ कुंडली में जो ग्रह अच्छे हैं उनके वस्त्र पहनना शुभ है लेकिन जो ग्रह शुभ नहीं हैं उनके रंग के वस्त्र पहनना परेशानी देता है 
  • हम देखते हैं कि  कई लोग बिना किसी से सलाह लिए मोती पहन लेते हैं जो गलत है १ अगर कुंडली में चन्द्रमा नीच का है तो जातक depression (अवसाद ग्रस्त ) में आ सकता है १ 
  • अक्सर देखा गया है कि जिस बच्ची की शादी नहीं हो रही है तो कुछ पंडित पुखराज पहनने की सलाह दे देते  है १ बिना कुन्डली देखे पुखराज पहनाने से कई बार शादी ही नहीं होती १ कुंडली में गुरु नीच का हो अशुभ प्रभाव में हो, अशुभ भाव में हो तो पुखराज नहीं पहनना चाहिए 
  • आमतौर पर देखा जाता है लोग घर में मनी प्लांट लगा लेते हैं कि इसके लगाने से घर में धन वृद्धि होगी लेकिन अगर बुध खराब हो तो घर में मनी प्लांट लगाने से घर की बहन, बेटी दुखी रहती हैं 
  • कैक्टस, कांटे वाले पौधे घर में लगाने से शनि प्रबल हो जाता है अतः जिनकी कुंडली में शनि खराब हो तो उन्हें ऐसे पौधे नहीं लगाने चाहिए १
उपरोक्त बातों का ध्यान रखेंगे तो हमें ग्रह कभी हानि नहीं पहुंचाएंगे १
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें :- jyotishsanjeevani@gmail.com

Friday, 9 August 2013

बहुत काम की छोटी बातें

       कई बार कुछ परेशानियाँ , कुछ ऐसे काम हो जाते हैं जब हमें किसी की सलाह की जरुरत महसूस होती है १ कब कौन सा काम करना शुभ होता है, कब अशुभ होता है-  इन बातों को हम सोचने पर मजबूर जाते हैं १  आज मैं ऐसी ही बहुत काम  की छोटी-छोटी  बातें आप के साथ शेयर कर रही हूँ :-
  • तिथियाँ चंद्रमा की कलाओं पर आधारित है १ अमावस के दिन चंद्रमा की कलाएं क्षीण हो जाती हैं , अतः जहाँ तक संभव हो इस दिन शुभ काम टालने चाहिए 
  • शुक्ल पक्ष की एकादशी,त्रियोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा को चंद्रमा पूर्ण कलाओं से युक्त रहता है, अतः ये पांच तिथियाँ सर्वोत्तम होती हैं 
  • सूर्योदय के समय जो तिथि उदय होती है वही तिथि सारे दिन मानी जाती है लेकिन पितरों का श्राद्ध कर्म में जितने समय तक तिथि रहती है उसी समय तक मान्य  रहती है 
  • जन्म पत्री में मंगल कमजोर हो, रक्त विकार हो, चर्म रोग हो, अल्सर, बवासीर, दाद-खुजली, नकसीर, सूखा रोग इत्यादि हो, साथ ही विजय तथा नेतृत्व चाहते हैं तो लाल चन्दन जल में डालकर स्नान करें और मंगलवार  को  रेवड़ी और बताशे  " ॐ भौमाय  नमः"  का जाप करते हुए बहते जल में प्रवाहित  करें 
  • दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट हो, पति, सास, ससुर से परेशानी बढ़ रही हो तो शुक्रवार के दिन किसी ब्राह्मण को सूर्योदय के बाद छींट के वस्त्र, चावल का दान करें १ अगर ब्राह्मण को खीर का भोजन करा दें तो अतिउत्तम,  समस्या का समाधान निश्चित रूप से होगा                         
  • यदि सरकारी कार्य में बाधा आ रही हो, अधिकारी से मतभेद हो, संतान पढाई में पिछड़ रही हो, स्वयं को गठिया, मोटापा, कमर दर्द हो, लीवर की बीमारी हो तो नाभि में केसर लगायें १   चमेली के फूल जल में डालकर स्नान करें, समस्या का निदान होगा १ 
  • यदि शनि की ढैया , साढ़ेसाती, दशान्तार्दशा चल रही हो तो शनिवार को काली छतरी दान करें १ काली गाय या भैंस को रोटी खिलाएं - शनि शांति का अचूक उपाय है १ 
  • जातक कर्जदार हो गया हो, लक्ष्मी प्राप्ति के मार्ग बंद हो गए हों तो  सिद्ध कनकधारा यंत्र को स्थापित करके कनक धारा स्तोत्र का नियमित पाठ करें - कर्ज से मुक्ति मिलेगी, धनागम से मार्ग खुलेंगे १ 
  • सूर्य मेष राशी में जब गोचर करे, उस समय में शुरू किया गृह निर्माण निर्विघ्न रूप से अतिशीघ्र बनता है 
  • अश्वनी,रोहिणी,मृगशिरा, पुष्य,उत्त्राफागुनी,हस्त,चित्रा,स्वाति,अनुराधा,ज्येष्ठा,मूल,उत्तराषाढ़ा,श्रवण,
  • उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र में गृहारंभ किया जाय तो भी श्रेष्ठ फलदायी होता है
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Sunday, 4 August 2013

घर में सुख-समृद्धि के लिए जानने योग्य बातें

       मनुष्य गलतियों का पुतला है १ जाने-अनजाने कुछ ऐसी भूल,  गलती, गलत आदतें हमारे अन्दर पनप जाती हैं जिनके शुभाशुभ परिणाम से हम अनभिज्ञ रहते हैं आज हम ऐसे ही कुछ आदतों पर विचार करेंगे साथ ही  घर में सुख-समृद्धि के लिए कुछ अन्य बातों की भी जानकारी देंगे :-
  • कभी भी बैठे-बैठे पैर न हिलाएं जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ेगा, बुध शनि ख़राब होगा, पेट खराब रहेगा
  • अगर घर की किसी खिड़की का शीशा टूटा हो तो तुरंत बदलवाएं अन्यथा किसी कारणवश बेइज्जत होना पड़ेगा 
  • बिना चाबी के ताले घर में हों तो बहार फेंकें १ अगर किसी बक्शे में ताला लगा हो और चाबी खो गयी हो तो ताला तोड़कर नया ताला लगायें नहीं तो घर में भयंकर मुसीबतें आयेंगी 
  • घर में कभी भी झाड़ू खड़ी करके न रखें, कोई लाठी, डंडा इत्यादि भी लिटाकर ही रखें १ 
  • घर में छोटे मुंह की बोतलें, शीशियाँ,मर्तबान आदि न रखें अन्यथा घर में बरकत नहीं आयेगी 
  • रसोईघर में बर्तन सीधे न रखें, उलटे करके रखें क्योंकि खुले बर्तनों में नकारात्मक ऊर्जा आयेगी साथ ही खुले बर्तनों में कीड़े-मकोड़े, मकड़ी आदि घुसने का भी डर रहता है 
  • किसी अंगूठी का नग निकल गया हो तो तुरंत नग डलवाएं अन्यथा मानसिक शांति भंग होगी 
  • जिंदगी में तरक्की चाहते हो तो तर्क-वितर्क लड़ाई-झगड़ों से बचें 
  • रसोईघर में कदापि न सोयें 
  • महिला नाक में लौंग पहने तो शुभ है, नथ या बाली  टेंशन देगी 
  • कईयों की आदत होती है बैठे-बैठे उंगलियाँ  चटकाते रहते हैं, गलत है आगे चलकर हड्डियाँ कमजोर होंगी साथ ही शनि कुपित हो जायेगा, राहु सक्रिय हो जायेगा 
  • मुंह से नाख़ून कुरेदना भी बहुत अशुभ है ऐसा व्यक्ति आगे चलकर मानसिक रोगी हो जायेगा 
  • जो व्यक्ति पैर घसीट कर चलते  हैं  उनका  शनि राहू  खराब हो जाता  हैं १ उनकी कार्यक्षमता कम हो जाती है और अनेक परेशानियाँ जीवन में आती हैं, अगर लड़कियां ऐसे चलती हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहेगा
उपरोक्त बातें सुनने में छोटी हैं लेकिन इनके परिणाम बहुत बड़े होते हैं अतः इन बातों का ध्यान रखें १ ऐसी अनेकों छोटी-छोटी बातें हैं जिनका यहाँ विवरण देना संभव नहीं है १ अधिक जानकारी के लिये संपर्क करें :-
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Thursday, 1 August 2013

कैसे पहचानें घर में पितृ दोष है या नहीं

पितृ दोष क्यों होता है 
         हमारे पूर्वजों में से किसी ने किसी ब्राहमण, कुलगुरु का अपमान किया होता है या फिर गाय की हत्या की होती है तो ऐसे  घर में पीढ़ी-दर-पीढ़ी ये दोष चलता रहता है अगर समुचित निवारण नहीं किया जाय तो १

घर में पितृ दोष के लक्षण 
  • जिस घर में पितृ दोष होता है, परिवार सिकुड़ने लगता है अर्थात घर में पुरुष सदस्यों की संख्या में कमी होने लगती है 
  • ऐसे घर में कलह होती है, परिवार के लोगों में मनमुटाव बढ़ता जाता है, नकारात्मक सोच हो जाती है सबकी  तथा बच्चे गलत रस्ते पर चल पड़ते हैं, परिवार में बुजुर्गों का अपमान होता है
  • शादी योग्य बच्चों  की शादी समय पर नहीं होती और शादी के बाद संतान प्राप्ति में भी बाधा आती है 
  • कितना ही धनागम हो बरकत नहीं होती
  • घर की दीवारों में सीलन, टूट-फूट रहती है घर में सूर्य की रौशनी कम आती है साथ ही घर अव्यवस्थित रहता है 
  • घर में मास-मदिरा का सेवन होता हो तो पितृ दोष के कारण घर के लोगों को भयंकर दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं 
उपाय :
  •  घर-परिवार के हर सदस्य से धन एकत्र करके भागवत कथा का आयोजन करना चाहिए
  • परिवार का प्रत्येक सदस्य हर रोज गायत्री मन्त्र की एस माला का रोज जप करे 
  • माँस मदिरा का सेवन न करें, सकारात्मक सोच रखें, माता-पिता, घर के बुजुर्गों का आदर-सम्मान करें 
  • घर गौ -ग्रास निकाल कर गाय को दें 
  • घर में हंसी-ख़ुशी का माहौल रखें, घर व्यवस्थित रखें, सीलन तथा टूट-फूट को ठीक कराएँ 
  • गरीब बच्चों को शिक्षा सबंधी चीजों जैसे -कापी, पेंसिल, पेन , किताबें इत्यादि दान करें पितृ दोष का शमन में सहायक होगा 
  • अगर भयंकर पितृ दोष हो तो किसी विशेषज्ञ से विशेष अनुष्ठान करवाएं १ 
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Wednesday, 31 July 2013

बच्चों के लिए ध्यान देने योग्य बातें



         बच्चे भावी जीवन के कर्णधार होते हैं १ बचपन से ही बच्चों में अच्छे संस्कार के साथ-साथ उनके शारीरिक, मानसिक विकास के लिए सभी अभिभावकों को कुछ विशेष बातों का अवश्य ध्यान रखना चहिये :-
  • बचपन से ही बच्चों को गायत्री मंत्र बुलवाना चाहिए इससे बच्चे का सूर्य मजबूत होता है, उसे आरोग्य बल मिलता है १ बच्चे को पिता का सुख मिलता हैतथा उसकी आत्मा पवित्र होती है बच्चा कभी गलत सांगत में नहीं पड़ेगा न ही पथभ्रष्ट होगा 
  • अगर बच्चा चुपचाप रहे, कोई बात बुरी लगे तो व्यक्त न करके चुपके-चुपके रोये, छोटी-छोटी बात में रोये या गहराइ से ले, उसमें उर्जा की कमी हो तो समझो बच्चा बेहद भावुक है,  और उसका चन्द्रमा कमजोर है  इसके लिये बच्चे को चांदी के गिलास में दूध /पानी पिलायें १ माँ का साथ अधिक से अधिक मिले ऐसे  बच्चे को १ 
  • बच्चे को हरी सब्जियां खिलायें, खली पेट ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पिलाये १ बच्चे को अपनी बात खुलकर बताने के लिए प्रोत्साहित करें १ इससे बच्चे का बुध मजबूत होगा १ बच्चे में तर्कशक्ति विकसित होगी बच्चा calculative mind का होगा, बच्चा गणित में पारंगत होगा 
  • बच्चों को अपने बुजुर्गों , गुरुजनों का आदर करना सिखाएं १ गुरु मजबूत होगा और बच्चा उत्तम विद्या तथा शिक्षा प्राप्त करेगा १ प्रभु का आशीर्वाद इसे बच्चों के साथ हमेशा रहता है 
  • बच्चों को कभी-कभी साबूदाना खिलाएं , साफ स्वच्छ कपडे पहनाये, बच्चे को अपनी चीजें सही स्थान पर रखने की आदत डालें १ इससे   शुक्र मजबूत होगा और  बच्चे को जीवन में कभी धन की कमी नहीं रहेगी 
  • ये भी ध्यान रखें की बच्चा घर में इंडोर गेम्स की बजाय  बाहर  खेले १ मंगल मजबूत होगा,  दुर्घटनाओं से बचेगा, हड्डियाँ मजबूत होंगी और  बच्चे में सहनशीलता तथा धैर्य जैसे गुण आयेंगे १ 
  • बच्चे को गरीबों, दींन -दुखियों की सहायता करनी सिखाएं, शनि मजबूत होगा जो बच्चे को अकाल मृत्यु से बच्चे को बचाएगा १ 
  • जीवजंतुओं की देखभाल करने वाले, उन्हें प्यार करने वाले बच्चों को जीवन में कभी भी किसी भयंकर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता १
  • कई बार बच्चे झूठ बोलने लगते हैं १ ऐसे में ताम्बे का सिक्का मंदिर में रखवाएं बच्चे से १ 
  • अगर बच्चा बहुत शैतान है तो चांदी का कड़ा हाथ में पहनाएं १ 
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Monday, 29 July 2013

शुभाशुभ राहु/केतु के लक्षण और उपाय


         राहु केतु दोनों छाया ग्रह हैं तथा जिस ग्रह के साथ स्थित होते हैं उन्हीं के गुण-अवगुण के अनुसार फल देते हैं १ लेकिन  ये भी  सत्य है कि  राहु केतु के अक्ष में आने वाले ग्रह अपने पूर्ण शुभ फल देने में असमर्थ हो जाते हैं फिर भी राहु केतु अगर शुभ हो तो जातक को इनकी दशान्तार्दशा में शुभ फल भी मिलते हैं १

 शुभ राहु/केतु का लक्षण 
  • राहु शुभ हो तो जातक निडर, निर्णय लेने में बोल्ड होता है 
  • जातक अन्तरिक्ष इंजिनियर, राजनीतिज्ञ , पायलेट बनता है 
  • शुभ राहु जातक को असाध्य रोगों से बचाता है 
  • शुभ केतु जातक को अध्यात्म की ओर ले जाता है 
  • जातक विदेशी भाषाओँ का ज्ञाता होता है, शुभ केतु जातक को एक काबिल डॉक्टर बनाता है
 अशुभ राहु केतु के लक्षण 
  • राहु अगर अशुभ होगा परिवार में वृद्ध सदस्य बीमार रहेगा 
  • राहु ख़राब हो तो जातक के घर में इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान जल्दी जल्दी ख़राब होगा 
  • राहु ख़राब हो तो जातक को वहमी हो जाता है, भ्रम में जीता है जातक अर्थात जो होता नहीं है उससे कहीं ज्यादा अपने को समझता है 
  • केतु विष का कारक  है , जातक को कीड़े-मकोड़े, सांप बिच्छू , कुत्ते-बिल्ली काटने का डर रहता है 
  • केतु विषाणु के कारण रोग देने का कारक है 
  • जिसके राहु / केतु अशुभ हो तो वो जातक परम्परा विरोधी कार्य करते  हैं
उपाय : 
  • अशुभ राहु के लिए एक नारियल के टुकड़े करके कुछ टुकड़े गरीबों में बांटें और कुछ टुकड़े बहते जल में प्रवाहित करें
  • जौ के आटे की गोलियां बनाकर मछली को खिलाएं 
  • चाँदी के गिलास में पानी पियें 
  • केतु के लिए गणपति जी आराधना करें 
  • कुतों को ब्रेड दूध खिलाएं

Saturday, 27 July 2013

शुभाशुभ शनि के लक्षण और उपाय

शनि नैसर्गिक पाप ग्रह है १ लेकिन  कुंडली में शनिकीस्थिति के आधार पर ही शनि अपने शुभाशुभ परिणाम देता है १ ग्रहों में शनि न्यायाधीश है  अर्थात न्याय के पथ पर चलने वालों पर, दीन-दुखियों की सहायता करने वालों पर शनि महाराज की शुभ दृष्टि हमेशा बनी रहती है १ शनि आपकी कुंडली में शुभ है या अशुभ यह जानने के लिए कुछ लक्षणों को देखना चाहिए जैसे :-
शुभ शनि के लक्षण 
  • अगर कुंडली में शनि शुभ है तो जातक न्यायप्रिय होगा, दूसरों के दुःख में सहायता करेगा १ 
  • जातक को नौकरों का सुख मिलेगा अर्थात वह जहाँ भी जायेगा उसकी सहायता के लिए कोई न कोई तत्पर दिखेगा 
  • जातक बलिष्ट शरीर का स्वामी होगा और उसे कोई बीमारी भी जल्दी नहीं लगेगी 
  • जातक बहुत मेहनती होगा तथा कठोर परिश्रम से ही अपना भाग्य बनाएगा 
  • जातक शुद्ध सात्विक विचारों का होगा साथ ही माँस-मदिरा से दूर रहेगा 
  • पत्नी सात्विक विचारों की होगी तथा हर धर्माचरण में जातक के साथ रहेगी 
  • घर में सुख-शांति होगी चाहे धन बहुत अधिक न हो, मेहनत से धन  कमाएगा जातक
  • जातक साफ-स्वच्छ रहेगा तथा घर को भी व्यवस्थित रखना चाहेगा 
अशुभ शनी के लक्षण 
  • कुंडली में अशुभ शनि हो तो जातक अपने फायदे के लिए दूसरों को नुकसान पहुंचाएगा १  इसके साथ ही जातक महा आलसी होगा १ फटे-पुराने कपडे पहनेगा, घिसे जूते पहनेगा चाहे उसके पास नए कपडे जूते कितने ही हों १ नहाने में भी आलस करता है जातक  अगर शनि कमजोर हो 
  • उसे कभी भी नौकरों का सुख नहीं मिलेगा साथ ही उसकी अपने आधीन काम करने वालों के साथ कभी नहीं बनेगी 
  • जातक को अपना मकान बनाने में परेशानी होगी अगर बन भी गया तो मकान में सुख से नहीं रह पायेगा कोई न कोई परेशानी बनी रहेगी 
  • जातक कर्ज के बोझ से निकल नहीं पायेगा १ शरीर में नसों-नाड़ियों में रूकावट के कारण दर्द रहेगा 
  • उपरोक्त परेशानियाँ शनि की दशा अन्तर्दशा , साढ़ेसाती में और उग्रता से बढ़ जाती हैं 
उपाय : शनि के उपायों में सर्वश्रेष्ठ उपाय है न्याय के पथ पर चलना, गरीबों की सहायता करना, किसी का धन न हडपें, किसी का हक़ न मारें, मांस-मदिरा से दूर रहें, मजदूरों, अपंगों को मीठा भोजन दें १ शनि भगवान् के बीज मन्त्रों का जप करें , चाँदी धारण करें, साफ सुथरे रहें, अनुशाशित रहें १ माँ के सान्निध्य में रहें १ पीपल के वृक्ष लगायें और उसकी देखभाल और पूजा करें १ इन नियमों को जीवन में उतारोगे तो शनी की कृपा बनी रहेगी
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Thursday, 25 July 2013

शुभाशुभ शुक्र के लक्षण और उपाय

       लिंग पुराण के अनुसार सबसे उत्तम व श्रेष्ठ ग्रह है शुक्र  क्योंकि इस भौतिक संसार में हर चीज शुक्र से जनित है १ हर प्रकार के भौतिक सुख देने वाला शुक्र ग्रह ही है अतः शुक्र का कुंडली में बलिष्ट होना  बहुत आवश्यक है १ कुछ लक्षण ऐसे हैं जिनसे पता चल जाता है कि कुंडली में शुक्र शुभावस्था में है या अशुभावस्थ में

शुभ शुक्र के लक्षण 
  • जिस जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत हो तो वो बहुत  खूबसूरत होता है साथ ही देखने में अपनी उम्र से छोटा लगता है 
  • उसका विवाह जल्दी हो जाता है तथा उसे अपने जीवनसाथी का भरपूर सुख मिलता है 
  • ऑंखें बहुत सुन्दर होती हैं, नजर भी तेज होती है 
  • जातक सज-संवर कर रहता है, सुन्दर परिधान पहनता है और हर सुन्दर वस्तू  को पसंद करता है 
  • जातक की त्वचा स्निग्ध और दाग- धब्बे रहित होती है 
  • जातक को आलू, देशी घी, दही, गोलगप्पे इत्यादि खट्टे-मीठे खाने का शोकीन होता है 
  • जातक अपने जीवन में हर सुख, धन-वैभव , ऐश्वर्य का उपभोग करता है 
  • सकारात्मक सोच का मालिक होता है और हमेशा खुश रहता है
अशुभ शुक्र  ग्रह के लक्षण
  • जातक अजीबोगरीब फैशन करता है जैसे नाख़ून बढ़ाना, अलग तरह की दाढ़ी रखना, अजीबोगरीब वस्त्र पहनना इत्यादि 
  • जातक लड़कियों से फ्लर्ट करेगा, आज किसी से दोस्ती कल किसी और से १ जातक का चरित्र संदिग्ध रहेगा 
  • विवाह जल्दी नहीं होगा और होगा तो जातक अपने साथी के प्रति reliable नहीं रहेगा १ वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहेगा
  • उसको हमेशा धन की कमी महसूस होगी
  • नजर  जल्दी कमजोर हो जाएगी 
उपाय :  सबसे महत्वपूर्ण उपाय है शुक्र ग्रह को ठीक करने का - महिलाओं का  आदर करना १ रसीले फल खाएं और दान करें १ गाय को शुक्रवार को हरा चारा दें १ जिमीकंद, मशरूम मंदिर में दें १ गोलगप्पे खुद खाएं औरों को भी खिलाएं१ छोटी कन्याओं को खीर का भोजन कराएँ शुक्रवार को १ धन के लिए माँ लक्ष्मी की आराधना करें , श्रीसूक्त का पाठ करें १ 
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Tuesday, 23 July 2013

शुभाशुभ गुरु के लक्षण और उपाय


         गुरु नैसर्गिक शुभ गृह है १ लेकिन कभी-कभी अशुभ भावेश होने से, पाप भावेश होने से गुरु अपनी शुभ फल नहीं दे पाता १ अगर गुरु राहू केतु अक्ष में हो तो भी गुरु के शुभ फल नहीं मिलते १ कुछ लक्ष्णों से हम जान सकते हैं की हमारी कुंडली में गुरु ग्रह शुभ है या अशुभ १
 शुभ गुरु के लक्षण
  • जातक धार्मिक, आस्तिक और अच्छे विचारों वाला होगा
  • जातक के मन में ईश्वर, माँ-बाप , बुजुर्गों और गुरुजनों के प्रति सम्मान होगा 
  • जातक वित्तीय प्रबंधन का विशेषज्ञ होगा 
  • जातक धर्म शास्त्रों का ज्ञाता होगा साथ ही एक अच्छा उपदेशक होगा 
  •  जातक कभी भी अपने फायदे के लिए किसी का बुरा नहीं करेगा 
  • जातक घी, मिठाईयां तथा गरीष्ट भोजन खाने का शोकीन होगा
  • जातक ईमानदार और परोपकारी होगा


अशुभ गुरु के लक्षण 
  • जातक ईश्वर की आराधना श्रद्धा से नहीं करेगा १ 
  • गुरु अशुभ हो तो जातक से मन में बुजुर्गों के प्रति आदर नहीं होगा 
  • जातक धार्मिक होने का दिखावा करेगा, आडम्बर करेगा लेकिन धर्मिकता से कोसों दूर होगा 
  • जातक धर्म के नाम पर लोगों को ठगेगा
  • जातक अपने व्यवसाय से कभी संतुष्ट नहीं होगा 
  • अशुभ गुरु पीलिया तथा लीवर सम्बन्धी रोग देगा 
उपाय 
  • बुजुर्गों को चाहे आप जानें यो न जानें  झुककर प्रणाम करें, पैर छुएं
  • गुरुजनों का सम्मान करें
  • व्यर्थ के आडम्बर, दिखावे में न पड़ें,  सीधे सरल रहें 
  • प्रभु में विश्वास रखें , गाय की सेवा करें 
  • अपने आचार-विचार शुद्ध सात्विक रखें 
  • हमेशा कुछ न कुछ सीखने को उत्सुक रहें, शास्त्रों का अध्ययन करें गुरु शुभ होगा 
  • कलाई में पीला धागा बांधें , केसर या हल्दी का तिलक लगायें १ 
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Thursday, 18 July 2013

शुभाशुभ बुध के लक्षण और उपाय

बुध कुंडली में कालपुरुष की कुंडली का तृतीयेश और षष्ठेश है  तथा  बुद्धि, त्वचा, वाणी का कारक है १  रिश्तों में मामा का कारक है बुध १ शुभाशुभ बुद्ध के लक्षण निम्न प्रकार से हैं :-
शुभ बुद्ध के लक्षण 
  • कुंडली में शुभ बुद्ध राजयोग देता है, 18 से  42 वर्ष तक जातक खूब धन कमाता है 
  • जातक की भाषा पर अच्छी पकड़ होती है, बोलने की कला में माहिर होता है और वाणी से धन कमाता है 
  • लेखन कार्य में भी निपुण होता है जातक १ एकाउंट्स में बहुत अच्छा होता है 
  • कैलकुलेशन (गणना ) में माहिर होता है तर्कशक्ति अच्छी होती है 
  • विलक्षण प्रतिभा का धनी होता है  साथ ही उत्तम शिक्षक व सलाहकार होता है 
  • सर थोडा बड़ा, गर्दन छोटी व नाक थोड़ी गोल होती है 
  • जीवन में हर पड़ाव पर पिता का सहयोग मिलता है 
  • मामा से अच्छी बनती है अगर बुद्ध शुभ हो 
  • जातक मस्तमौला और खुशमिजाज होता है
अशुभ बुद्ध के लक्षण 
  •  बुद्ध अशुभ हो तो मत बीमार रहेगी, पिता से विचार नहीं मिलेंगे 
  • वाणी दोष होगा, जातक अपनी बात को किसी के सामने सही ढंग से रख नहीं पायेगा 
  • वाणी दोष के कारण जातक तुत्लायेगा या हकलायेगा १ 
  • जातक में हीन भावना होगी १ अगर सूर्य भी कमजोर हो तो जातक आत्महत्या तक कर लेता है 
  • जातक के घर में पेड़-पौधे नहीं पनपते १ 
  • बाल भी झड़ने लगते हैं १ 
  • इसके साथ ही उपरोक्त शुभ बुद्ध के लक्षणों के बिलकुल विपरीत फल मिलते हैं अगर बुद्ध अशुभ हो १
  • जातक चिडचिडा और उदास रहता है
उपाय 
  • हरे  रंग का कपडा बुधवार को हिजड़े को दान दें 
  • हरे मूंग रात को भिगोकर सुबह पक्षियों को डालें 
  • मिटटी की हांड़ी में मशरूम भरकर जल में प्रवाहित करें 
  • बुधवार को कुत्ते को रोटी दें 
  • ताम्बे का छल्ला अनामिका में पहने 
  • हरी सब्जियां ज्यादा खाएं, बहन, भुआ व बेटी को सम्मान दें 
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Wednesday, 17 July 2013

शुभाशुभ मंगल के लक्षण और उपाय



       मंगल कालपुरुष की कुंडली का लग्नेश है, ओज, ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक और भूमि और छोटे भाई का कारक है १ कुंडली में शुभाशुभ मंगल जीवन को बहुत प्रभावित करता है १

शुभ मंगल के लक्षण 
  • मंगल शुभ हो तो सुसराल में मान-सम्मान और सुख मिलता है 
  • छोटे बहन भाइयों का सुख मिलता है 
  • जातक  बाहुबली और ऊर्जावान होता है 
  • शुभ मंगल वाले बीमार होने पर जल्दी ठीक हो जाते हैं 
  • अच्छे मंगल वाला जातक आलसी नहीं होता हमेशा कुछ न कुछ करता रहता है 
  • जातक को दवाइयां, जमीन, रक्षा और रसायन के काम से काफी लाभ होता है 
  • जातक गुरु, बुजुर्गों और अपने पुरोहित की खूब सेवा करता है 
अशुभ मंगल के लक्षण 
  • मंगल अशुभ हो तो वैवाहिक जिंदगी अच्छी  नहीं होती 
  • मित्र, भाई -भाभी का सुख नहीं मिलता १ किसी से इज्जत नहीं मिलती 
  • माथे  पर से बाल उड़ जाते हैं, हड्डियों तथा गुर्दे की बीमारी हो जाती है, आँखें कमजोर हो जाती है
  • कमजोर मंगल सरकार से दंड दिलाता है, गुरु भी पीड़ित हो तो गृहस्थ जीवन भी दुखी रहता है
  • कमजोर मंगल वाले को मुफ्त का माल खाने की आदत हो जाती है जो बहुत ख़राब है जातक जिंदगी भर रोजी-रोटी के जुगाड़ में चिंतित रहता है , संतान पक्ष से भी दुखी रहता है अतः कभी भी किसी मुफ्त में कुछ न लें १ 
उपाय 
  • किसी  विधवा ब्राह्मण स्त्री का आशीर्वाद लें , चांदी धारण करें , टूटे चप्पल -जूते न पहनें, घर से कबाड़, जन लगा लोहा, रसोई से बेकार की चीजें फ़ेंक दें,  करें , तीन धातु(तांबा,चांदी,सोना) की अंगूठी धारण करे, मिटटी के बर्तन में शहद, सिंदूर भरकर घर में रखें, भाई से अच्छे संबंध बना कर रखें, संतान सुख में कमी हो तो सात मंगलवार चार सौ ग्राम चावल दूध से धोकर जल में प्रवाहित करें , कुत्ते की सेवा करें , किसी का अपमान न करें , माँ-बाप की सेवा करें, रसोई में बैठकर भोजन करें १   लाल गुलाब जल में डालकर सूर्य को अर्घ्य दें १ 
इनमें  से कुछ उपाय भी अगर जातक कर ले तो मंगल की अशुभता कुछ कम हो जाएगी १ जातक सुख शांति महसूस करेगा १

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Tuesday, 16 July 2013

शुभाशुभ चन्द्रमा के लक्षण और उपाय

चंद्रमा कुंडली में बहुत महत्व रखता है १ चंद्रमा मन का कारक है, माँ का का कारक है सुख शांति और समृद्धि देता है, भाग्योदय देता है १ चन्द्रमा से ही हमारी दशाएं निर्धारित होती हैं और चन्द्रमा से ही गोचर ग्रहों का विचार किया जाता है १ चन्द्रमा कभी भी अशुभ नहीं होता १ चन्द्रमा पीड़ित या पाप प्रभाव में हो तो अपने शुभ फल देने में असमर्थ होता है  अर्थात चंद्रमा कमजोर हो जाता है १ 
बली चन्द्रमा के लक्षण
  • जातक की कुंडली में अगर चन्द्रमा शुभ हो तो जातक में  गजब का आत्मविश्वास होता है
  • जातक को माँ, मौसी और मामी का प्यार मिलता है 
  • जातक का व्यवहार मधुर और सौम्य रहता है, जातक खुशमिजाज होता है 
  • जातक गंभीर परिस्थितियों में भी घबराता नहीं है 
  • जातक मिलनसार होता है और हर प्राणी से प्यार करता है,जातक की सॊच सकारात्मक होती है
  • जातक का भाग्योदय 24 वर्ष की आयु तक हो जाता है 
कमजोर  चन्द्रमा के लक्षण :
  • जातक उपरोक्त  गुणों से बिलकुल विपरीत होगा
  • अगर चन्द्रमा कमजोर हो तो जातक को नजर बहुत जल्दी लगेगी तथा टोने-टोटके का असर भी जल्दी होगा 
  • जातक चिडचिडा होगा, नकारात्मक विचारों का होगा, उसका मन हमेशा अशांत रहेगा, माँ से विचार नहीं मिलेगें १ परेशानियों से जल्दी घबरा जायेगा १ जल्दी ही तनावग्रस्त हो जायगा , depression  में आ जाता है जातक  अगर चंद्रमा कमजोर हो कुंडली में १
उपाय 
  • चांदनी रात में चाँद को निहारें , चन्दन पानी में डालकर नहायें, चांदी  के गिलास में पानी पियें , माँ ,मौसी का आदर करें, फीमेल डॉग पालें, गाय को रोटी दें , चांदी की चेन गले में पहनें ,गंगाजल पानी में डालकर स्नान करें तथा भगवन शिव को जलाभिषेक करें १ चंद्रमा को बल मिलेगा और भाग्योदय में सहायक होगा १

Sunday, 14 July 2013

शुभाशुभ सूर्य के लक्षण और उपाय


 हमारी कुंडली में सूर्य शुभ है या अशुभ ये जानना बहुत आसान है १ कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिनसे हर कोई जान सकता है कि जन्म कुंडली में या गोचर में उसका सूर्य अच्छा है या बुरा या फिर न अच्छा न बुरा १ जैसे :-

 शुभ सूर्य हो तो लक्षण 
  • अगर आपका सूर्य शुभ अवस्था में है तो आपके आस-पास में आपका नाम होगा , लोग आपको जानेगें १ आपको मान-सम्मान मिलेगा 
  • आप सरकार में उच्चाधिकारी होंगे 
  • आप स्वाभिमानी होंगें तथा आप में  प्रबल आत्मविश्वास होगा 
  • आपका व्यक्तित्व प्रभावशाली होगा और आपकी उपस्थिति का प्रभाव लोगों पर पड़ेगा 
  • आप में बलिष्ट रोग प्रतिरोधक शक्ति होगी
  • उच्च का सूर्य हो तो आप उपरोक्त गुणों से युक्त तो होंगे लेकिन हृदय संबंधी रोग होने की सम्भावना होगी जिसके लिए आपको सूर्य को नियमित रूप से अर्घ्य देना चाहिए १
 अशुभ सूर्य हो तो लक्षण :-
  • जातक को मान-सम्मान नहीं मिलेगा चाहे वह कितना ही अच्छा इंसान हो 
  • सरकारी  नौकरी मिलने में कठिनाई होती है अगर मिलती भी है तो चतुर्थ श्रेणी की नौकरी मिलती है 
  • जातक को पिता का  सहयोग नहीं मिलता  या पिता का साया बचपन में ही सिर  से उठ जाता है १ 
  • कई बार भरी सभा में जातक का अपमान हो जाता है 
  • जातक में आरोग्य बल (immune system) बहुत कमजोर  होता है अर्थात जातक को कोई रोग बहुत जल्दी पकड़ लेता है लेकिन ठीक देर से होता है 
  • हड्डियाँ  कमजोर हटी हैं 
  • जातक में हीन भावना होती है या कभी -कभी झूठा अभिमान होता है अर्थात जातक जो होता है उससे कहीं बढ़कर अपने को दिखाता है 
उपाय :-
  • गुड  पानी में घोलकर सूर्य को अर्घ्य दें 
  • ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पियें 
  • आदित्य हृदय स्तोत्र का रविवार को पाठ करें 
  • बिल्व के पेड़ की जड़ रविवार को दाहिने बाजू में बांधें 
  • अगर गाँव देहात में रहते हैं तो भूरी भैंस पालें 
  • बालू रेत पर दिन में एक बार लेटें 
 विस्तार से जानने के लिए संपर्क करें:- jyotishsanjeevani@gmail.com